हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध कर रहे किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से हरी झण्डी मिल गयी जिससे किसानों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा तो वहीं दूसरी खबर पंजाब के भटिंडा की है जहाँ किसानों ने अपना धरना फिर से शुरू कर दिया है.क्या है वो वजह जानना के लिए पढ़िए इस लेख में.
बता दें कि तीन कृषि कानून के लिए धरना कर रहे किसानों की वापसी के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (एनएचएआइ)ने टोल प्लाजा (Toll Plaza) खुलने की सूचना मिलने पर टोल के रेट बढ़ा दिए हैं, जिसके चलते भटिंडा जिले के किसानों ने फिर से जिले के गांव लहरा बेगा और जीदा के टोल प्लाजा(Toll Plazas Of Lehra Bega And Jida) पर धरना शुरू कर दिया है.बताया जा रहा है कि किसान टोल प्लाजा के पुराने रेट की मांग को लेकर धरना कर रहे हैं.किसानों का कहना है कि अभी धरना बंद नहीं होगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी.
इस खबर को भी पढ़ें - कृषि कानून बिल को रद्द करने के लिए सदन से मिल सकती है मंजूरी, सरकार ने बढ़ाया पहला कदम
मिली जानकारी के अनुसार यह धरना बीते दिन भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां जिला बठिंडा की कमेटी की तरफ से कृषि कानून रद्द होने की खुशी में लहरा बेगा टोल प्लाजा पर जीत का जश्न मनाने के साथ दिल्ली से लौटे किसानों का स्वागत किया गया है.
कृषि कानून रद्द होने की खुशी में किसानों का किया स्वागत (Farmers Welcomed In The Joy Of Repeal Of Agricultural Law)
इसका अलावा कृषि कानून रद्द होने की खुशी में पंजाब राज्य के कई जिलों जैसे ब्लाक नथाना, मौड़, रामपुरा व तलवंडी आदि के किसानों ख़ुशी में लौट रहे किसानों का स्वागत किया जहाँ कई महिला किसानों ने ख़ुशी में नृत्य किये, भंगड़ा किया.
किसानों ने लगाया आरोप(Farmers Allege)
फसलों की बर्बादी मुआवजा को लेकर और कई तरह की मांग जिनको पंजाब सरकार द्वारा पूरा नहीं किया गया ऐसे में किसानों ने पंजाब सरकार की निंदा की और कहा कि अगर हमारी ये मांगे पूरी नहीं होंगी तो वह संघर्ष को तेज करेंगे एवं पंजाब सरकार के खिलाफ शुरू हुए संघर्ष के इस मौके पर किसानों ने ऐलान किया कि अभी उनका संघर्ष खत्म नहीं हुआ, बल्कि पंजाब सरकार के खिलाफ शुरू होगा.
Share your comments