उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए राज्य मौसम विभाग ने एग्रोमेट एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी को जारी करते हुए IMD ने मौजूदा मौसम को देखते हुए किसानों की फसलों को लेकर जरूरी जानकारी दी है. इस एडवाइजरी में जिले के आधार पर फसलों को लेकर किसानों को सलाह दी गई है. इस लेख में नीचे जिले के हिसाब से आप एग्रोमेट एडवाइजरी पढ़ सकते हैं.
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए जरूरी सलाह
जिले: मेरठ, पीलीभीत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर,बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, बुलंदशहर, मुरादाबाद, ज्योतिबा फुले नगर, बिजनौर, बदायूं, बरेली, रामपुर, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, शामली,संभल और हापुड़ी के किसानों के लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी.
जायद
खड़ी फसलों में 10-12 दिन के अन्तराल पर शाम को ही हल्की सिंचाई करनी चाहिए और दोपहर में सिंचाई का काम न करें.
सामान्य सब्जियां
भिंडी, तोरी, खीरा, करेला, खरबूजा, तरबूज, लौकी और कद्दू, टमाटर, बैगन और मिर्च में हल्की सिंचाई करें.
फल
इस समय आम में भृंग या मीज या लस्सी कीट के प्रकोप की संभावना रहती है. इसकी रोकथाम के लिए नीम के तेल को 3 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें या फिर इलामडाक्लोवप्रैड 50 ई.सी. का 3 मिली प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर उपचार करें.
पशुपालकों को जरूरी सलाह
दिन के समय पशुओं को छायादार स्थान या पेड़ की छाया में बांध दें. जानवरों को हरा और सूखा चारा के साथ अनाज पर्याप्त मात्रा में दें. जानवरों को ताजा और साफ पानी दिन में 3-4 बार देनी चाहिए.
जिले: वाराणसी, आजमगढ़, गाजीपुर,चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदासनगर, जौनपुर,मऊ, कन्नौज, हाथरस, मथुरा, आगरा, एटा,मैनपुरी, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, कानपुर-ग्रामीण, कानपुर-शहरी, उन्नाव, लखनऊ,सीतापुर, हरदोई, खीरी और कांशीराम नगर के किसानों के लिए एग्रोमेट एडवाइजरी जारी
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जायद की फसल
जायद की फसल की बुवाई के बाद उसकी अच्छी तरह से सिंचाई करें, क्योंकि ये फसलें विकास की अवस्था में हैं. कीटनाशक डाइक्लोरोवा 76% ई.सी. का उपयोग करना चाहिए और जिनेब 75% w.p. का फसलों की सुरक्षा के लिए उपयोग करना चाहिए.
गन्ना
इस मौसम के लिए गन्ने की टॉपड्रेसिंग के रूप में 60-75 किग्रा नाइट्रोजन (130-163 किग्रा यूरिया) डालें.
भिंडी
तैयार भिंडी को तोड़ लें नहीं तो वो और पक जाएगी और फसल कम उपज देगी.
फल
आम, अमरूद और नींबू, अंगूर, बेर और पपीते के बागों की आवश्यकतानुसार सिंचाई करें.
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