23 दिसंबर के दिन हर साल चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर किसान सम्मान दिवस मनाया जाता है. इस शुभ अवसर पर क्राप कटिंग से प्राप्त परिणाम के आधार पर किसानों को सम्मानित किया जाता है. कार्ययोजना के अनुसार विकास खण्ड स्तर पर प्रत्येक विकास खण्ड के विभिन्न उधमो में लगे लगभग 5 किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा, जिसमें 01 कृषक कृषि विभाग, 01-01 प्रगतिशील कृषक 04 सहयोगी विभागों (उधान, गन्ना, पशुपालन व मत्स्य) के माध्यम से चयनित किया जाएगा.
वही, जनपद स्तर में खरीफ-2024 की फसल- धान (संकर प्रजाति को छोड़कर), मक्का, उड़द, अरहर (अल्पकालीन) एवं तिल और मिलेटस योजना में खरीफ सीजन/ Kharif Season की ज्वार, बाजरा, सांवा, कोदो एवं रागी की फसलों में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने वाले कृषकों को दो पुरस्कार क्रमशः प्रथम व द्वितीय प्रदान किये जायेंगे. इसके अलावा प्राकृतिक खेती/Natural Farming श्रेणी के अन्तर्गत दो किसानों को पुरस्कार क्रमशः प्रथम व द्वितीय प्रदान किये जायेगे ताकि जनपद के कृषकों में उत्पादन एवं उत्पादकता में अधिकाधिक वृद्धि करने हेतु प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत हो सके.
अंतिम तिथि से पहले जरूरी करें पंजीकरण
प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु आवेदन के लिए इच्छुक कृषक उप सम्ंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, सदर, बांसडीह, रसड़ा, एवं बैरिया एंव कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं. ध्यान रहे कि प्रार्थना पत्र पूर्ण करके किसानों को उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी-सदर बलिया, रसड़ा, बांसडीह एवं बैरिया कार्यालय में 10 रुपये पंजीकरण शुल्क एवं खतौनी व अन्य अभिलेख के साथ 30 सिंतबर, 2024 तक पंजीकरण करना अनिवार्य है.
पंजीकरण हेतु कृषक के फसल का क्षेत्रफल 4 हेक्टेयर से कम नहीं होना चाहिए. इस प्रतियोगिता में किसी एक श्रेणी में पुरस्कृत होने वाले लाभार्थी को उस श्रेणी में दोबारा पुरस्कृत नहीं किया जाएगा. पुरस्कार हेतु चयन पंजीकृत कृषकों के फसल की कराई गई क्राप कटिंग में प्राप्त उपज परिणाम के आधार पर जनपद स्तर पर गठित समिति द्वारा किया जायेगा.
इस तरह से किया जाएगा किसानों का चयन
पशुपालन, उद्यान, मत्स्य एवं गन्ना विभाग के क्षेत्र में सर्वाधिक उत्पादन के आधार पर भी किसानों का चयन किया जाएगा. अतः उक्त क्षेत्र में रूचि रखने वाले किसान पशुपालन, उद्यान, मत्स्य एवं गन्ना विभाग के कार्यालय से सम्पर्क कर प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं. इसके अलावा औद्यानिक, पशुपालन/डेयरी, कुक्कुट पालन, गन्ना, मशरूम उत्पादन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, औषधीय एवं संगध पौधों की खेती के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए राज्य स्तर पर पुरस्कार हेतु महिला कृषकों का नामांकन किया जाएगा.
राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु जिन महिला कृषकों को संस्कृत किया जाएगा. उनका आर्थिक (लाभ-लागत विश्लेषण) एवं सामाजिक (स्वयं कितने लोगों को रोजगार दिया या उनसे प्रेरित होकर कितने लोगों द्वारा उस कार्य को अपनाकर रोजगार सृजन किया गया।) विश्लेषण करते हुए उनकी गतिविधि का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जायेगा.
लेखक:
रबीन्द्रनाथ चौबे, ब्यूरो चीफ, कृषि जागरण, बलिया, उत्तरप्रदेश
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