जानवरों में कोरोना वायरस के अंश पाए जाने के बाद पशुपालकों में भय समाता जा रहा है. भय का आलम यह है कि अब लोगों ने अपने पालतू जानवरों को सेनिटाइजर और मास्क लगाना शुरू कर दिया है. ऐसी ही एक घटना तेलंगाना में देखने को मिली. यहां के एक बकरी पालक ने अपने बकरियों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें मास्क पहना दिया.
क्या है पूरा मामला
तेलंगाना के खम्मम जिले में कल्लूर मंडल बकरी पालन का काम करते हैं. वो कहते हैं कि जानवरों में भी कोरोना की शिकायत आने लगी है, ऐसे में वो अपनी सभी बकरियों मास्क पहना रहे हैं और स्वच्छता का विशेष ख्याल रख रहे हैं.
बकरियों पर निर्भर है आजीविका
कल्लूर मंडल बताते हैं कि दुनिया के सभी देश इस वायरस से परेशान हैं. लेकिन उनकी चिंता अमेरिका में एक बाघ को कोरोना वायरस होने के बाद से बढ़ गई है. वो कहते हैं कि इंसानों का उपचार जारी है और कई देशों को इसमें सफलता भी मिल रही है, भारत में भी डॉक्टरों ने कई लोगों को ठीक कर दिया है. लेकिन जानवरों में कोरोना का मामला नया और अधिक गंभीर है. उन्हें तो यह भी नहीं पता कि अगर जानवरों में ये बीमारी हुई तो उसका उपचार कौन सा डॉक्टर संभव कर पाएगा. ऐसे में सावधानी ही बचाव है.
बता दें कि तेलंगाना इस वायरस की चपेट में तेजी से आ रहा है. हालत इतनी खराब है कि अब तक राज्य में 100 से अधिक हॉट स्पॉट की पहचान हो चुकी है. इसलिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है.
इस जानवर में मिला था कोरोना
इंसानों के बाद जानवरों में भी कोरोना वायरस के अंश पाए गए थे. बीबीसी ने दावा किया था कि एक बाघ में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है. मामला वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन सोसाइटी (न्यूयॉर्क शहर) का था.
वहां के ब्रोंक्स ज़ू में रहने वाला एक बाघ कोरोनो वायरस की चपेट में आ गया था. उसके साथ रहने वाले तीन अन्य बाघ भी 'सूखी खाँसी' से प्रभावित हुए थे. हालांकि बाकि बाघों को भी कोरोना ही है इसका पता अभी तक नहीं लग पाया है.
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