मुख्यरुप से धान की फसल पर आधारित सरायकेला जिले की पारंपरिक खेती को अब नया आयाम देने में कृषि विभाग जुट गया है. खरीफ में मूंगफली की खेती को बढ़ावा देने के बाद अब रबी में राजमा की खेती के लिए विभाग किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है!
जिले में पहली बार राजमा की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने 50- 50 हेक्टेयर के कलस्टर का निर्माण किया है. अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 230 हेक्टेयर में बने इन कलस्टरों में राजमा की खेती का प्रत्यक्षण कर कृषि विभाग किसानों को इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. इन कलस्टरों में हो रही खेती का प्रारंभिक चरण में बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं और खेती की प्रगति भी अच्छी है!
राजमा के अलावा कृषि विभाग कम सिंचाई में होने वाली मसूर, तीसी व अन्य तिलहनों की खेती को लेकर भी किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी रामचंद्र ने कहा कि विशेष फसल योजना के तहत जिले में पहली बार राजमा की खेती को लेकर किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. राजमा की खेती से किसानों को काफी लाभ होगा. साथ ही जिले के ऊपरी भूमि का खेती को लेकर सदुपयोग भी हो पाएगा !
साभार
न्यूज़ 18 हिंदी
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