किसानों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार किसानों के लिए कई नई-नई योजनाएं लाती रहती है. इसी क्रम में जलालगढ़ जिले के किसानों को सरकार की तरफ से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आपको बता दें कि सरकार के इस प्रशिक्षण में किसानों को मूंग व जूट खेती करने के लिए बेहतर और नई तकनीकों की मदद से प्रशिक्षण दिया जाता है. इसमें केवीके के शस्य वैज्ञानिक डॉ. गोविंद कुमार के नेतृत्व में किसानों को वैज्ञानिक विधा के बारे में विस्तार से बताया जाता है.
मंगू की खेती (Mango cultivation)
अगर आप किसान है, तो आप यह तो जानते ही होंगे कि अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह के अंत तक मूंग की खेती की बुवाई करना शुरू कर दी जाती है. अगर हम बात करें मूंग की खेती (Moong cultivation) तो यह कम समय में पककर तैयार होने वाली एक दलहनी फसल में से एक है. इस फसल में मुख्यतः 24-26% प्रोटीन, 55-60% कार्बोहाइड्रेट एवं 1.3% वसा पाया जाता है.
मूंग परीक्षण के समय मिलेंगे नई बीज (New seeds will be available at the time of moong test)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मूंग परीक्षण (mung bean test) के दौरान किसानों को खेती के लिए केवीके द्वारा आईपीएम 205-7 प्रभेद की बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे. बताया जा रहा है कि इन बीजों का वितरण जिले के लगभग 50 किसानों को दिए जाएगी.
ये ही नहीं इन किसानों को बीज के साथ फसल की सुरक्षा के लिए कीटनाशक दवा (pest control medicine) भी वितरण की जाएगी और मिट्टी के लिए किसानों को 4 किलों मूंग बीज ट्राईकोडर्मा व बुआई के 24 घंटे के अंदर पेंडेमिल दवा का छिड़काव खरपतवार नियंत्रण के लिए, वर्मी कम्पोस्ट व अन्य जैविक उर्वरक के साथ कीटनाशक दवा दी जाएगी. इसके अलावा जिले के लगभग 25 किसान भाइयों को जेआरओ 524 प्रभेद की जूट बीज उपलब्ध करवाएं जाएंगे. साथ ही इन किसानों को जूट खेती की दवा भी प्रशिक्षण के दौरान दी जाएगी. अब तक जिले के करीब 75 किसानों को मूंग व जूट खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
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आयोजन में मुख्य अतिथि (chief guest at the event)
इस आयोजन के शुभारंभ पर केवीके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डा. सीमा कुमारी ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए बीज प्रत्यक्षण खेत में करने के लिए प्रोत्साहित किया है.
जिसमें मनोज सिंह, पंकज कुमार, नीरज सिंह, विजय कुमार, वीरेंद्र सिंह, रिकी देवी, आशा देवी, दिलीप चौहान, मो मोकिल आदि मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. साथ ही किसान प्रशिक्षण में केवीके के प्रशिक्षण प्रभारी अजीत कुमार, रामजी शर्मा, पूर्णिया जिला के केनगर, श्रीनगर, कसबा, जलालगढ़, बायसी, डगरुआ, बनमनखी आदि शामिल रहे.
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