देश के अलग-अलग हिस्सों में विगत कई माह से नए कृषि कानून को लेकर से किसान आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला है. अब इसी क्रम में किसान नेता राकेश टिकैत ने पिछले दिनों कहा था कि यदि हमारी फसलें बर्बाद हो जाती हैं, तब भी हम आंदोलन को जारी रखेंगे.
गौरतलब है कि राकेश टिकैत के इस बयान के बाद अब बिजनौर के एक किसान ने अपनी फसल को ही बर्बाद कर दिया है. केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के उद्देश्य से किसान ने 6 बीघे में खड़ी अपनी गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया. दरअसल, एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बिजनौर की चांदपुर तहसील के कुलचाना गांव के सोहित अहलावत अपनी फसल पर ट्रैक्टर चलाते नजर आ रहे हैं.
बता दें, कि फसल बर्बाद करने के वीडियो पर अब किसान नेता राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया सामने आई है. दरअसल, राकेश टिकैत ने यूपी गेट पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा था, 'सरकार हमें ऐसी स्थिति में ले आई है, जहां किसानों को अपनी फसल बर्बाद करनी पड़ रही है. यह अच्छी स्थिति नहीं है. इस वीडियो को देखकर मुझे निजी तौर पर बहुत दुख हुआ है. लेकिन एक सीजन की फसल को बर्बाद करने की जो मेरी बात थी, उसका यह मतलब नहीं था. इस तरह नुकसान करने का मतलब नहीं बनता है.'
वहीं मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, फसल बर्बाद करने वाले किसान सोहित अहलावत ने कहा है कि इन गैरजरूरी कानूनों को जब लागू कर दिया जाएगा तो किसानों को उनकी फसल की कीमत की कोई गारंटी नहीं मिलेगी.
दरअसल सोहित अहलवात ने कहा कि नए कृषि कानूनों को लागू होने के बाद किसानों को उनकी फसल की पेमेंट की गारंटी और सुरक्षा नहीं मिलेगी. ऐसे में जब हमारा उत्पीड़न ही किया जाना है तो फिर फसलों को क्यों उगाएं.
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