मंहगाई की इस मार में प्रतिदिन रोजमर्रा की चीजें मंहगी होती जा रही है. मंहगाई की मार से कोई भी तबका बचा नहीं है. डीजल तथा पेट्रोल के दाम भी आसमान छू रहे हैं. कृषि कर्यो में खनिज तेल की खपत बहुत तेजी से हो रही है. ऐसे में किसान भाइयों के लिए भी मुनाफ़ा मिलना बड़ा मुश्किल हो जाता है.
आज हम आपको बताएंगे कि डीजल की खपत को कम करने के लिए वो कौन से प्रमुख बिंदु है, जिनपर अगर आप ध्यान दे तो आप डीजल की खपत को कम कर सकतें है...
1- किसान भाई जब भी ट्रैक्टर खरीदतें है, तो उसके साथ आपको एक निर्देशन पुस्तिका मिलती है. मशीन के उपयोग से पहले आप इस पुस्तिका को एक बार ध्यान से जरूर पढ़ लें और जो निर्देश पुस्तिका में दिए गए, आप उसी के अनुसार मशीन का उपयोग करें.
2- जब आप इंजन को चालू करते है तो अगर टैपित का शोर ज्यादा सुनाई दे रहा है तो आप समझ जाइए इंजन में कम हवा जा रही है, और अगर इंजन में हवा कम मात्रा में जा रही है तो इससे डीजल की खपत बढ़ जाती है. इससे निपटने के लिए आपको टैपित को दोबारा से बंधवाना चाहिए.
3- अगर ट्रैक्टर के इंजन से निकले धुंए का रंग काला ज्यादा है तो यह भी एक कारण है कि डीजल की खपत ज्यादा हो रही है. इसलिए 600 घंटे तक ट्रैक्टर चलाने के बाद एक बार आप इंजेक्टर की जाँच करवाइए और उसे फिर से बंधवाइए.
4- एक बार जब आपने इंजेक्शन पम्प और इंजेक्टर को भी बढ़िया रूप से रखा है, उसके बाद भी काला धुआं लगातार निकलता है तो आप समझ लीजिये यह इंजन पर पड़ रहे बोझ की निशानी है. किसान भाइयों ट्रैक्टर से लेने वाले काम के बोझ को उतना ही रखे जितना उसकी क्षमता है, अन्यथा भार ज्यादा पड़ने पर डीजल की खपत तो ज्यादा होगी है.
5- अगर इंजन ठंडा है और आप उससे काम कर रहें है तो उसके पुर्जों में ज्यादा घिसावट होती है और डीजल की खपत भी जयादा मात्रा में हीनी शुरू हो जाती है. इसलिए जब भी आप काम करें इंजन को गर्म होने का समय होने दें.
6- डीजल की जयादा खपत का एक कारण ट्रैक्टर की पहियों की हवा भी हो सकती है, इसलिए निर्देश पुस्तिका में पहियों की हवा का जो दाब बताया गया है उसी अनुसार हवा को कायम रखे.
किसान भाइयों ये वो बिंदु है जिनपर अगर आप अमल करें तो निश्चित तौर पर डीजल की खपत को काफी हद तक कम कर सकतें है.
इस जानकारी को बाक़ी लोगों के साथ शेयर करें, जिससे खनिज तेल की खपत को कम करके मुनाफे को बढाया जा सके.
Share your comments