केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, राधा मोहन सिंह, कृषि भवन में दो प्राथमिकता योजनाओं राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के प्रगति की समीक्षा करेंगे । 13 उन राज्यों के कृषि विपणन मंत्री जिनकी मंडी ई-नाम से एकीकृत हो चुकी हैं और कुछ चुनिन्दा राज्यों के कृषि मंत्री अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इसमें भाग लेंगे । माडल कृषि उत्पाद एवं पशुधन विपणन (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम, 2017 में समाहृत कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग एवं नीति आयोग द्वारा चलाये जा रहे प्रगतिशील कृषि विपणन सुधारों की भी चर्चा राज्यों को जल्द से जल्द इसके सुझाए गए प्रावधानों को शीघ्र अति शीघ्र अपना कर किसानों के लिए इसका फायदा पहुँचाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए की जाएगी ।
13 राज्यों के 455 मंडियों का एकीकरण ई-नाम के राष्ट्रीय वेब आधारित पोर्टल के साथ किया जा चुका है जिसके अंतर्गत 47 लाख किसान और 91,000 व्यापारियों का पंजीकरण हो चुका है । यह अभिनव विपणन प्रक्रिया बेहतर मूल्य खोज सुनिश्चित करके, पारदर्शिता एवं प्रतिस्पर्धा लाकर कृषि बाजार में क्रांति ला रहा है जिससे किसान “एक राष्ट्र एक बाजार” के ओर बढ़ते हुए अपने उपज का अच्छा प्रतिफल पा सकें ।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को उनके जमीन के पोषक अवस्था जानने में और लागत को युक्तिसंगत बनाने की सलाह पाने में किसानों को मदद कर रहा है जिससे उचित फसल पद्धति के द्वारा फसल लागत में कमी एवं अधिक मुनाफा प्राप्त होगा। 1 मई, 2017 से शुरू हुआ द्वितीय चक्र का निर्माण पहले चक्र के सीखों पर हो रहा है जिससे इसकी दक्षता बढ़ाई जा सके और इसकी उपयोगिता किसानों को और ज्यादा स्वीकार्य हो । अभी तक 9 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण देश के समस्त राज्यों के किसानों के बीच किया जा चुका है । यह समीक्षा बैठक केंद्र और राज्य सरकार को संयुक्त रूप से मुख्या मुद्दों पर चर्चा कर इन योजनाओं का और दृढ़ता पूर्वक कार्यान्वयन किया जाएगा जिससे किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी जो कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सभी योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है
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