इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. बदलते मौसम के साथ ही कही पर वर्षा तो कही पर बर्फबारी हो रही है. ख़बरों के मुताबिक, वर्षा और अप्रत्याशित बर्फबारी के वजह से हिमाचल प्रदेश को करीब 16,000,000 रुपये की क्षति हुई है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को 'अंतर मंत्रालय' केंद्रीय टीम के बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि इस आपदा से सबसे ज़्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. जिसमे सबसे ज़्यादा नुकसान सड़कों व पुलों में लगभग 930 करोड़ रुपये का हुआ है. प्रदेश में कुल 405 भूस्खलन तथा 34 बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को 430 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है. भारी वर्षा और अप्रत्याशित बर्फबारी के वजह से कृषि फसलों तथा अधोसंरचना को 130.37 करोड़ रुपये की नुकसान की रिपोर्ट सरकार के पास आई है. बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने तथा सड़क दुर्घटनाओं के कारण 343 लोगों की जाने भी गई है. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राहत एवं पुनर्वास कार्य सुनिश्चित करने में हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया.
1600 करोड़ का हुआ नुकसान
गौरतलब है कि प्रदेश में इस वर्ष बरसात तथा बर्फबारी से हुए नुकसान का जायजा लेने आई केंद्रीय टीम ने मंगलवार देर शाम मुख्य सचिव बीके अग्रवाल के साथ राज्य अतिथि गृह 'पीटरहॉफ' में बैठक की और इस बात पर सहमती जताई की भारी वर्षा और अप्रत्याशित बर्फबारी के कारण से 1600 करोड़ रुपये से ज़्यादा का नुकसान हुआ है. केंद्रीय टीम को हिमाचल में हुए नुकसान की वीडियो भी दिखाई गई. इसमें बादल फटने सहित भूस्खलन से हुए नुकसान को दर्शाया गया.
बता दे, कि यह बैठक देर रात 9 बजे तक चली. बैठक के बाद मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय टीम प्रदेश में वर्षा और अप्रत्याशित बर्फबारी से हुए नुकसान से सहमत है. अब केंद्रीय टीम केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और हिमाचल के समस्याओं से सरकार को अवगत कराएगी.
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