आज की तारीख में हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी काबिलियत के दम पर अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है. कल तक हर क्षेत्र में अपने आपको उपेक्षित महसूस करने वाली महिलाओं ने अपनी प्रतिभा से यह साबित कर दिखाया है कि अगर उन्हें भी पुरुषों की भांति समान अवसर उपलब्ध करवाया जाए तो वो भी किसी से कम नहीं हैं.
यूं तो आप बेशुमार ऐसी महिलाओं से रूबरू हो चुके होंगे, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की कहानी बयां करती हों, लेकिन आज हम आपको जिस महिला से रूबरू कराने जा रहे हैं, वो खास, अलहदा व अनुपम हैं।
मिलिए इनसे, नाम हैं इनका संगीता चोपड़ा, अभी हाल ही में पूसा कृषि मेले का आयोजन किया गया था, जिसमें वैज्ञानिकों की तमाम गतिविधियों की प्रदर्शनी हुई थी. भारी संख्या में इसमें किसान शामिल हुए थे. इन गतिविधियों में किसानों व वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का बखान किया गया था. यूं तो इस मेले में कई ऐसी प्रदर्शनी व गतिविधियां थीं, जिससे लोगों का दिल मंत्रमुग्ध हो गया, लेकिन इस मेले में सबसे ज्यादा चर्चा में रहा था 'पूसा सन फार्म फ्रीज' इसकी अनुपम विशेषताओं को देखकर लोग इसकी ओर खींचे चले आ रहे थे. लोग इसके गुणों को देखकर मंत्रमुग्ध हो रहे थे.
लाजिमी है, जब लोग इस फ्रीज को देखकर इस कदर मंत्रमुग्ध हो रहे थे, तो इसको बनाने वाले की चर्चा भी हुई ही होगी, जैसे ही लोगों के जेहन में इसके निर्माणकर्ता को लेकर सवाल उठे तो इसके जवाब के रूप में सभी की जुबां पर यकायक संगीता चोपड़ा का नाम आना स्वभाविक ही था. वो विभूति कोई और नहीं अपितु संगीता चोपड़ा ही हैं, जिन्होंने इस अद्भुद फ्रीज को तैयार कर ख्याति हासिल की है. संगीता चोपड़ा एनर्जी साइंस टेकनोलॉजी की प्रमुख वैज्ञानिक हैं. संगीता चोपड़ा की इस शानदार उपलब्धि ने सभी को उनकी काबिलियत का कायल बना दिया.
वो भी ऐसे मौके पर जब महिला दिवस अपने मुहाने पर दस्तक देने ही वाला है, तो लाजिमी है कि संगीता चोपड़ा की चर्चा अपने चरम पर पहुंचेगी ही. संगीता की कहानी, उन सभी महिलाओं को प्रेरित करती है, जो अपने आपको नियमों की बेड़ियों में बांधते हुए अपनी काबिलियत को कुचल देते हैं, और जो वो कर सकते हैं, कर नहीं पाते, फिर उनके पास अफसोस करने के इतर और कोई विकल्प शेष नहीं रहता.
खैर, संगीता चोपड़ा ने इन्हीं गंभीर समस्याओं पर प्रकाश डालती हुई कहती हैं कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, बस जरूरत है कि उनके सपनों को नई उड़ान देने की. वे कहतीं हैं कि यूं तो बहुत सारी महिलाएं व पुरुष वैज्ञानिक हैं, लेकिन महिला वैज्ञानिकों को अपने पेशेगत काम के साथ-साथ अपना घर का काम भी करना होता है. मैंने महिलाओं को इन सभी कामों को करते हुए देखा है, मैंने उन्हें सुबह जल्दी उठकर, घर का काम समेत अन्य जरूरी काम करते हुए देखा है, लेकिन अफसोस उन महिलाओं को उनकी मेहनत का श्रेय नहीं मिल पाता है. मैं उन सभी महिलाओं से कहना चाहती हूं कि वे जो काम कर रहीं हैं, उनका श्रेय लें, और हमेशा मेहनत करते रहें.
किसानों के लिए बेहद खास है ये फ्रीज
यह फ्रीज किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है. इस फ्रीज में किसान 2 लाख टन से भी अधिक अनाज रख सकते हैं, जिससे उनकी फसलों को खराब होने से बचाया जा सकता है. इस फ्रीज के आने से पूर्व किसानों की फसल बर्बाद हो जाया करती थी, चूंकि उनके पास ऐसा कोई साधन नहीं था, जिससे वे अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकें, लिहाजा प्राकृतिक व बेमौसम सहित अन्य आपदाओं का शिकार होकर उनकी फसलों को नुकसान हो जाया करता था, और उन्हें भारी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ता था.
कितनी है इस फ्रीज की कीमत
वहीं, अगर इस फ्रीज की कीमत की बात करें, तो इसकी कीमत 6 लाख रूपए है. डॉ संगीता चोपड़ा फ्रीज की कीमत के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहतीं हैं कि बकाया 3 लाख रूपए सोलर पैनल, रिमोट कंट्रोल और फ्रीज के मशीन के रखरखाव के लिए है.
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