कृषि क्षेत्र का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार पदम् श्री 'डॉ. केएच घरधा' को दिया जायेगा. यह पुरस्कार उन्हें केमिकल क्षेत्र और खासकर कृषि केमिकल क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया जा रहा है. उनके काम से भारत में कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और साथ ही इस मोर्चे पर तमाम नए अवसर पैदा हुए हैं.
एग्रीकल्चर लीडरशिप अवॉर्ड की 'राष्ट्रीय पुरस्कार समीति' ने 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में विभिन्न श्रेणियों में 'ग्लोबल एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड, 2018' की घोषणा की.
पुरस्कार समीति की अध्यक्षता 'हरित क्रांति' के जनक 'एम एस स्वामीनाथन' ने की. समीति में 'केंद्रीय कृषि विश्वविधायलय' के कुलपति डॉ. आरबी सिंह, बिल एंड मिरांडा गेट्स फाउंडेशन की एशियन डायरेक्टर डॉ. पूर्वी मेहता, एशिया-अफ्रीका ग्रामीण विकास संगठन(एएआरडीओ) के महासचिव वसाफी एच. सरिहिं, नाबार्ड के चेयरमैन डॉ. एच.के भांवला और कारगिल संस्था के चेयरमैन सिराज चौधरी समेत वैश्विक स्तर पर पहचान रखने वाले 24 कृषि विशेषज्ञ शामिल थे.
चेयरमैन सिराज चौधरी समेत वैश्विक स्तर पर पहचान रखने वाले 24 कृषि विशेषज्ञ शामिल थे.
'ग्लोबल लीडरशिप समिट तथा पुरस्कार' का आयोजन भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद के तत्वाधान में किया जा रहा है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, खाद्य एवं प्रसंकरण उद्योग मंत्रालय तथा वाणिज्य मंत्रालय के सहयोग से इस आयोजन को किया जायेगा. विश्व के जाने माने समाजसेवी, केमिकल इंजीनियर तथा उधमी 'डॉ. घरधा' ने विदेश से आयतित 'रंजक तथा केमिकल' को कृषि के उपयोग लायक बनाने की सस्ती तथा बेहतर तकनीक विकसित की थी.
अंतर्राष्ट्रीय लीडरशिप अवार्ड नीदरसलैंड सरकार के विशेष प्रतिनिधि प्रो. रुडी रैबिंजे को खाद्य सुरक्षा एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए दिया जायेगा. प्रो. रुडी अफ्रीका में खाद्य सुरक्षा तथा कृषि उत्पादकता पर बनी 'इंटर अकडेमी पैनल' के प्रमुख थे. इसके अलावा उन्होंने अफ्रीका में हरित क्रांति पर काम करने वाले बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर के सदस्य के रूप में भी काम किया.
राष्ट्रीय विकास एवं अनुसन्धान सहकारिता (एनएसडीसी) को रिसर्च तथा विकास संस्थान के रूप में सहयोग तथा मूल्य संवर्धन के जरिये स्थायी, विश्वनीय, उपयोगी तथा प्रतिस्पर्धात्मक तकनीक मुहैया कराने के लिए रिसर्च लीडरशिप अवार्ड दिया जायेगा. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री
चंद्रबाबू नायडू को किसानों के हित में नीतियां लागू करने के लिए 'पॉलिसी लीडरशिप अवार्ड' दिया जायेगा. यह पुरस्कार उन्हें सिंचाई, निवेश, वैश्विक समझौते तथा शून्य बजट वाली जैविक खेती को को बढ़ावा देने के लिए दिया जा रहा है.
सर्वश्रेष्ठ मछली उत्पादक राज्य का ख़िताब झारखंड को देने की घोषणा की गई है. गौरतलब है कि झारखंड ने मछली उत्पादन में अभूतपूर्व विकास किया है और उसने सबसे ज्यादा मछली उत्पादक राज्य के तौर पर रिकॉर्ड कायम किया है. एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड की शुरआत 2008 से की गई थी. इसका मकसद ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करना था जो व्यक्तिगत या संस्था के तौर पर किसानों तथा ग्रामीण आबादी के विकास के लिए सकारात्मक कार्य करते हैं. पुरस्कार 24 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित 'ग्लोबल एग्रीकल्चर लीडरशिप समिट' के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए जाएंगे.
रोहिताश चौधरी, कृषि जागरण
Share your comments