1. Home
  2. ख़बरें

किसानों के स्थायी विकास के लिए जरुरी है ठोस नीति पर संवाद- भागीरथ चौधरी

दिल्ली में भारतीय कृषि-अर्थशास्त्र अनुसंधान केंद्र के द्वारा राष्ट्रीय कृषि शिक्षा और अनुसंधान प्रबंधक सम्मेलन आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में कृषि अधिकारी से लेकर कृषि वैज्ञानिकों ने भाग लिया. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस कार्यक्रम में क्या कुछ खास रहा-

KJ Staff
कार्य्रकम में उपस्तिथि मुख्य अथिति भागीरथ चौधरी, राज्य कृषि मंत्री, भारत सरकार
कार्य्रकम में उपस्तिथि मुख्य अथिति भागीरथ चौधरी, राज्य कृषि मंत्री, भारत सरकार

भारतीय कृषि-अर्थशास्त्र अनुसंधान केंद्र (BAERC) ने 25 सितंबर 2024 को दिल्ली में राष्ट्रीय कृषि शिक्षा और अनुसंधान प्रबंधक सम्मेलन आयोजित किया गया. उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, भगीरथ चौधरी, राज्य कृषि मंत्री, भारत सरकार  ने किसानों के स्थायी विकास के लिए एक ठोस नीति पर संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया.

भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री, दिनेश कुलकर्णी ने कहा कि सार्वजनिक वित्त पोषित संस्थानों, जैसे विश्वविद्यालय और अनुसंधान केंद्रों की नीतियों की समीक्षा न होने के कारण वर्तमान समय में उनकी प्रगति बाधित हो रही है. कार्यक्रम के समापन सत्र में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सह-सारकार्यवाह, डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि कृषि उत्पाद की कीमतों को मुद्रास्फीति से अलग कर किसानों के लिए उन्हें लाभकारी बनाना जरूरी है.

सम्मेलन में मुख्य रूप से कृषि शिक्षा और अनुसंधान से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा हुई. इसी दौरान- छात्रों का कृषि को करियर के रूप में चुनने में घटती रुचि, विश्वविद्यालयों और संस्थानों को मिलने वाले वित्तीय संसाधनों की कमी. शिक्षकों और शोधकर्ताओं को समय पर उचित प्रशिक्षण न मिल पाना. मानव संसाधन प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियां. शोध और मार्केटिंग के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे की कमी आदि मुद्दों पर गंभीर चर्चा की गई.

इस अवसर पर BAERC के अध्यक्ष प्रमोद चौधरी, उपाध्यक्ष एडवोकेट विलास सोनवाने और सचिव डॉ. ए. ए. मुर्कुटे भी मौजूद रहे. उपाध्यक्ष, डॉ. एस. के. दुबे ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और सम्मेलन के दो प्रमुख सत्र– कृषि शिक्षा और कृषि अनुसंधान– का संचालन किया. इस सम्मेलन ने देशभर के कृषि शिक्षा और अनुसंधान से जुड़े प्रमुख लोगों को एक मंच पर आकर विचार-विमर्श करने और इन क्षेत्रों को मजबूत करने की रणनीतियों पर काम करने का अवसर दिया.

सम्मेलन में 15 विश्वविद्यालयों के कुलपति और 20 निदेशकों ने हिस्सा लिया. इस दौरान ASRB के सदस्य डॉ. बी. एस. द्विवेदी, शिक्षा के उपमहानिदेशक (DDG) डॉ. आर. सी. अग्रवाल, विस्तार के उपमहानिदेशक डॉ. यू. एस. गौतम और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन (NRM) के उपमहानिदेशक डॉ. एस. के. चौधरी भी उपस्थित रहे.

English Summary: Dialogue on a concrete policy necessary for the sustainable development of farmers Published on: 27 September 2024, 05:09 PM IST

Like this article?

Hey! I am KJ Staff. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News