केंद्र सरकार ने मटर के आयात शुल्क में वृद्धि की है। सरकार ने मटर के आयात पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगाने की घोषणा की है। इस बीच ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने इस निर्णय को स्वागत योग्य बताया है। उनका कहना है कि आयात शुल्क में वृद्धि करने से किसानों को घरेलू बाजार में अच्छे दाम मिल सकेंगे। इस फैसले से किसानों को उनके उत्पाद के वाजिब दाम मिलेंगे। मिल संघ पहले से ही आयात शुल्क लगाने के पक्ष में था।
भारत में दलहन के भारी उत्पादन के साथ-साथ कनाडा व ऑस्ट्रेलिया से भी दलहन का आयात किया जा रहा है जिसके कारण किसानों को घरेलू बाजार में अच्छे दाम नहीं मिल पा रहें हैं। आयात शुल्क लगाने से आयात पर पाबंदी लग सकेगी।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय में मटर,चना,मोठ दालों के निर्यात शुरु करने के लिए वाणिज्य मंत्रालय नई दिल्ली में निदेशक रमेशचन्द्र से मुलाकात हुई है। देश में दलहन उत्पादन अधिक होने के फलस्वरूप भावों में कमी हो रही है। अत: सरकार को मसूर,चना व मोठ दालों का निर्यात प्रारंभ करने की अनुमति देनी चाहिए तथा इन दालों के आयात पर भी शुल्क लगाना चाहिए।
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