उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के जेल में अब कैदीयों से गौ सेवा करवाने की तैयारी की जा रही है। खबर है की जेल में डेयरी खोलने के लिए जगह का चुनाव कर लिया गया है और यहां जल्द ही डेयरी भी खोल दी जाएगी। शासन के द्वारा इस कार्य के लिए जगह का चुनाव कर लिया गया है और इस पर जल्द ही काम भी शुरू कर दिया जाएगा।
जेल के अंदर लगभग एक एकड़ की जमीन खाली पड़ी हुई है और इसी को डेयरी बनाने के लिए उपयोग में लाया जाएगा। डेयरी में काम करने के लिए सजायाफ्ता कैदियों को लगाया जाएगा। दूध उत्पादन को पहले जेल में खपत किया जाएगा उसके बाद बची हुई दूधों को बाजार में बेचा जाएगा। वहीं पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था बाउंड्री के बाहर एक खाली जमीन पर किया जाएगा। इसके लिए रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है।
जेल में जिस जगह पर डेयरी बनाने की योजना बनाई जा रही है उस हिस्से को मिलेनियेम बैरक कहा जाता है। डेयरी वाली जमीन मिलेनियोम बैरक के बिल्कुल समीप है। इस स्थान पर वर्तमान समय में वीआईपी कैदियों को रखा जाता है। जेल के इस हिस्से में डेयरी खोलने में कोई भी परेशानी नहीं होगी क्योंकि मुख्य बैरक और मिलेनियम बैरक के बीच काफी दूरी है। साथ ही मिलेनियम बैरक तक जाने का अलग रास्ता भी है। वहीं पशुओं के लिए चारा ले जाने और दूध को बाहर निकालने के लिए भी खास ध्यान रखा जाएगा।
दूध के खपत की अगर बात की जाए तो गोरखपुर जेल में रोजाना 200 लीटर दूध की खपत है जिसको अभी बाहर से खरीदा जाता है। वहीं जेल में डेयरी बन जाने के बाद इससे ज्यादा दूध का उत्पादन किया जाएगा और इसे बाजार में भी बेचा जा सकेगा।
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