खेती के प्रति सहजता दिखाने में लोग हमेशा से आगे रहते हैं. खेती को बेहतर बनाने के लिए आम से लेकर खास लोग इस पर कई तरह के बयान देते रहते हैं. इसी क्रम में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अब खेती को लेकर अपनी मंशा जाहिर की है. दरअसल उत्तरी हरिद्वार स्थित ब्रह्मनिवास आश्रम में आयोजित संत सम्मेलन में भाग लेने आए बाबा रामदेव ने कहा कि देश में आज खेती पर भी संकट मंडरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि खेतों में जहर डाला जा रहा है, जिस कारण हमें अन्न तथा सब्जी आदि से बीमारियां मिल रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने खेती पर मंडरा रहे संकट को लेकर प्रभावी कार्यवाही किए जाने पर भी बल दिया.
सम्मेलन में बाबा रामदेव ने संतों में तेजी से कैंसर का प्रभाव बढ़ने की चर्चा करते हुए कहा कि आज हमारी खेती के साथ भी षड्यंत्र किया जा रहा है. खेतों में रसायन के रूप में जहर डाला जा रहा है. इस कारण हमारे वायुमंडल में भी जहर ही है. हवा में भी जहर है और परिणामस्वरूप कैंसर जैसी बीमारी हो रही है. कार्यक्रम में कई पहलुओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने दिवंगत संत राजेन्द्र दास महाराज का जिक्र किया और कहा कि वे बड़े पराक्रमी संत थे, लेकिन कैंसर के चलते उनका देहावसान हो गया.
उन्होंने संस्कृति को बचाने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारी संस्कृति पर भी आक्रमण किया जा रहा है जिसे बचाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि देश इस समय अपने स्वाभाविक चरित्र से तरक्की के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. सन 2050 तक देश आध्यात्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सभी तरह से दुनिया का नेतृत्व करेगा. इसमें संतों की भी अहम भूमिका रहेगी. बता दें कि योग गुरु बाबा रामदेव स्वदेशी अपनाने पर जोर देते हैं. और उनकी कंपनी पतंजलि योगपीठ के उत्पाद पूरी दुनियां में तेजी से प्रचलित हो रहे हैं.
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