केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली के बीच कृषि भवन, नई दिल्ली में बैठक हुई. इस दौरान डेविड ने कृषि एवं खाद्य क्षेत्र में भारत के कामकाज की खुलकर सराहना करते हुए अपेक्षा व्यक्त की और कहा कि वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के साथ मिलकर दुनिया में खाद्यान्न की सुचारू आपूर्ति के लिए भारत अपना सहयोग प्रदान करता रहे.
खाद्य सुरक्षा को किया सुनिश्चित
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने बेस्ली सहित वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि भारत व डब्ल्यूएफपी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि क्षेत्र में 1968 से घनिष्ठता से काम कर रहे हैं.
तोमर ने किसानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से हमने कोरोना महामारी के संकटकाल में भारत की 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज वितरित किया, वहीं वसुधैव कुटुम्बकम् की भारत की प्राचीन परंपरा व महत्व को दर्शाते हुए तोमर ने कहा कि भारत ने अपनी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने के अलावा दुनिया के अनेक देशों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया है.
भारत की प्रगति
बेस्ली ने कृषि क्षेत्र के विकास व खाद्य सुरक्षा पर डब्ल्यूएफपी व भारत के काम पर संतोष व्यक्त किया, साथ ही भारत की प्रगति के लिए सराहना करते हुए वह यूएस कांग्रेस की आगामी बैठक में कृषि क्षेत्र में भारतीय प्रयासों के बारे में बताएंगे.
तोमर द्वारा यह बताने पर कि अगले वर्ष अंतरराष्ट्रीय पोषक-अनाज वर्ष भारत की अगुवाई में मनाया जाएगा, बेस्ली ने इस संबंध में डब्ल्यूएफपी की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया.
Share your comments