Corteva Agriscience एक वैश्विक कृषि कंपनी है, जो दुनिया भर के किसानों को बीज, फसल सुरक्षा और डिजिटल समाधानों सहित कृषि उत्पादों का सबसे संपूर्ण पोर्टफोलियो प्रदान करती है. आज किसानों को स्वस्थ फसलों के उत्पादन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
जैसे कि किसान द्वारा बीज की बुवाई करने के बाद फसलों को रोग, कीटों और अप्रत्याशित वातावरण की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, Corteva शुरू से ही बीज की रक्षा करने में मदद करने के लिए अपने उच्चतम गुणवत्ता वाले बीज उपचारक लेकर आता रहता है, ताकि फसल अपनी पूरी क्षमता तक विकसित हो सके और रोग व कीटों से सुरक्षा मिल सक.
इसी कड़ी में Corteva Agriscience ने सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजीज (Seed Applied Technologies, SAT) के बारे में बताया है. ऐसे में चलिए जानते हैं इसके बारे में संपूर्ण जानकारी-
सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजीज के बारे में (About Seed Applied Technologies, SAT)
सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजीज हमारे ग्राहकों की मांगों के अनुसार, सर्वोत्तम बीज उपचार विकसित करने के लिए एक अत्याधुनिक तकनीकी है. सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजीज Corteva की एक पहल है, जो उन्नत उपकरणों का उपयोग करती है और विशेष रूप से सीड एप्लाइड समाधानों के विकास व सुरक्षा परीक्षण पर ध्यान केंद्रित करती है. सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजीज एकीकृत कीट और फसल प्रबंधन सुनिश्चित करती है, जहां सभी क्षेत्रों में अंकुर संरक्षण और बेहतर पैदावार देने के साथ इनपुट को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.
कोर्टेवा की बीज अनुप्रयुक्त प्रौद्योगिकी (Corteva's Seed Applied Technology)
बीज अनुप्रयुक्त प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान, निर्माण और क्षेत्र परीक्षण के लिए मजबूत प्रक्रियाओं के साथ, कॉर्टेवा सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजी सीधे बीज पर लागू लक्षित समाधान प्रदान करते हैं, जहां उपयोग में आने वाले कीटनाशी एवं कवकनाशी की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है.
इसका मतलब है कि उत्पाद रूट ज़ोन में सक्रिय है और किसान, कीटनाशी ऑपरेटर एवं लाभकारी कीड़ों और पर्यावरण प्रदूषण में काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करता है. इस प्रक्रिया में केवल बीज उपचारित होती है तथा इसका असर दूरगामी होने की वजह से मनुष्यों एवं पर्यावरण के लिए सुरक्षित है, जिससे किसानों द्वारा धान की फसलों में प्रयोग किए जाने वाले कीटनाशी एवं कवकनाशी के मात्रा में ना केवल कमी आ सकती है, बल्कि बार-बार इनके प्रयोगों से पर्यावरण प्रदूषित होने से बचा जा सकता हैं एवं उत्पादन खर्च को भी कम किया जा सकता है.
Corteva Agriscience ने स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय बढ़ती परिस्थितियों के अनुकूल उच्च गुणवत्ता वाले संकर बीजों के विकास के लिए आणविक प्रजनन और दोगुने अगुणित जैसे तकनीकी प्रगति का नेतृत्व करती है.
SAT- खेती में एक सतत दृष्टिकोण
Corteva नवाचार, सहयोग और जुड़ाव के माध्यम से एक अधिक टिकाऊ खाद्य प्रणाली की ओर एक साथ जीवन को समृद्ध करने में विश्वास करता है और Corteva का अनुसंधान केंद्र देशभर में लाखों किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले स्थायी कृषि समाधान प्रदान करता है, ताकि उनकी उत्पादकता और लाभप्रदता को अधिकतम करने में मदद मिल सके.
Corteva Seed Applied Technologies (SAT) किसानों को स्वस्थ, समान फसलें स्थापित करने और उत्पादकता को अधिकतम करने में मदद करती है. यह सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजी एकीकृत कीट और फसल प्रबंधन सुनिश्चित करती है, जहां सभी क्षेत्रों में अंकुर संरक्षण और बेहतर पैदावार देने के साथ इनपुट को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.
भारत में Corteva के बीज समाधान में मक्का, चावल, बाजरा और सरसों शामिल हैं. इसमें फसल सुरक्षा समाधान भी हैं जो चावल, कपास, सोयाबीन, फलों और सब्जियों पर केंद्रित हैं.
भारतीय बाजार और बीज-प्रयुक्त प्रौद्योगिकी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर टिप्पणी करते हुए, राहुल सवानी, अध्यक्ष-दक्षिण एशिया- कोर्टेवा एग्रीसाइंस,( Mr. Rahoul Sawani, President-South Asia - Corteva Agriscience) ने कृषि जागरण के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ पी के पंत (Dr PK Pant, Chief Operating Officer, Krishi Jagran) से बातचीत करने के दौरान कहा कि, किसान खेत और क्षेत्र स्तर पर और पिछले कुछ वर्षों में चुनौतियों से जुझ रहे हैं. वर्षों से हमने देखा है कि अप्रत्याशित मौसम ने किसानों की उपज को प्रभावित किया है. इन चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए बीज उपचार में प्रगति एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जिससे किसानों को अपनी फसल को सबसे अच्छी शुरुआत और एक सफल फसल प्राप्त करने में मदद मिलेगी. भारतीय कृषि पारिस्थितिकी तंत्र के प्रति हमारी निरंतर प्रतिबद्धता में एक और कदम के रूप में भारतीय किसानों के पास सबसे परिष्कृत बीज उपचार उत्पादों में से एक को बाजार में लाने का प्रयास कर रही है. हमें प्रसन्नता है कि हमने तेलंगाना के कुछ किसानों के साथ मिलकर इसे प्रदर्शित किया एवं पाया कि यह काफी हद तक धान के फसल में होने वाले कीट एंव रोगों से मुक्ति दिलाता है.
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इसके साथ ही तेलंगाना के पेद्दापल्ली गांव से आए किसान हनुमंत राव ने कृषि जागरण को बताया कि उन्होंने इस वर्ष कोटेबा द्वारा SAT Technologies से उपचारित बीज का प्रयोग किया था, जिससे काफी उत्साहवर्धक परिणाम देखने को मिल रहे हैं. हनुमंत राव ने बताया कि मुझे बड़ी खुशी है कि अब पिछले कई वर्षों से हमारे धान की फसलों में पीले तना छेदक और भूरे रंग के हॉपर की समस्या आती थी, जो इस वर्ष नहीं आई है, इससे हमें बड़ी राहत मिली है.
कृषि जागरण से बातचीत करते हुए प्रशांत पात्रा, क्षेत्रीय व्यावसायीकरण और बिजनेस लीड, सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजीज पोर्टफोलियो एपीएसी, कोर्टेवा एग्रीसाइंस (Prasanta Patra, Regional Commercialization & Business Lead, Seed Applied Technologies Portfolio APAC, Corteva Agriscience) ने कहा, "सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजी (एसएटी) भारत में एक प्रारंभिक चरण में है, खासकर चावल के लिए. कॉर्टेवा के बीज-अनुप्रयुक्त समाधान किसानों को प्रदान करने में मदद करेंगे. अधिक टिकाऊ खाद्य उत्पादन के लिए उन्हें जिन उपकरणों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सीड एप्लाइड टेक्नोलॉजी में खेत में फसल सुरक्षा समाधानों को लागू करने के बजाय बीज का सीधा उपचार करना हमारी प्ररिकल्पा है. ये तकनीक कृषि में रसायनों के पर्यावरणीय जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं."
अधिक जानकारी www.corteva.com पर देखी जा सकती है.
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