भारत सहित दुनिया के कई अन्य देशों में एक नए वायरस का खतरा उभर रहा है. जोकि काफी तेजी से फैल रहा है. इस नए वायरस की पहचान चीन में हुई है. इस वायरस का नाम कोरोना वायरस है और यह मनुष्यों और जानवरों दोनों को संक्रमित कर रहा है. यह उसी तरह से फैलता है जैसे अन्य वायरस फैलता हैं. इस खतरनाक वायरस का कहर सबसे पहले दिसंबर 2019 में मध्य चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में देखा गया था.
चीन एक 11 मिलियन आबादी वाला देश है जहां पिछले गुरुवार से किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं है. क्योंकि, यह वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है जिस वजह से लोगों को घर से बाहर निकलना तक मुश्किल हो रहा है. अब ये वायरस भारत में भी अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, राजस्थान के 4 जिलों के लगभग 18 लोग चीन की यात्रा करके भारत लौटे हैं. इसके साथ ही चारों जिलों के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों को इन सभी को 28 दिनों तक लगातार निगरानी में रखा जायेगा.
मरीजों के नमूनों की होगी जांच
डॉ. रघु शर्मा ने संदिग्ध मरीज के नमूने पुणे स्थित नेशनल वायरोलॉजी लैब (National Virology Lab) भिजवाने के आदेश दे दिए हैं. जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक चीन से आ रहें लोगों को कड़ी निगरानी में रखने के निर्देश मिले है. इसके साथ ही लखनऊ के सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने अस्पतालों को चार बेडी की व्यवस्था करने के साथ -साथ डीजी और भारत सरकार को पत्र लिखकर थर्मल स्कैनर मंगवाया है जिसे एअरपोर्ट पर लगाया जाएगा. जिससे हाई टेम्परेचर का कोई भी व्यक्ति अगर निकलता है तो तुरंत पता चल जायेगा.
आइये जानते है इस कोरोनावायरस के लक्षणों के बारे में...
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बहती नाक
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सरदर्द
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खांसी
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गले में खरास
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बुखार
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अस्वस्थ होने की एक सामान्य भावना
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बीमार महसूस करना
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छींक आना
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अस्थमा का बिगड़ जाना
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थकान महसूस करना
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निमोनिया
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फेफड़ों की सूजन
वायरस से बचने के उपाय
कोरोना वायरस के लिए कोई एंटी डॉट नहीं मिला है. इस संक्रमण को रोकने के लिए भी वही चीजें करें जो आप सामान्य वायरस से बचने के लिए करते हैं। जैसे –
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अपने हाथों को अच्छे से धोएं.
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अपने हाथों को नाक, मुंह और आंखों से दूर रखें.
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संक्रमित लोगों के साथ निकट संपर्क से बचें.
कोरोनोवायरस संक्रमण का इलाज कैसे करें?
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भरपूर आराम करें.
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पानी का पर्याप्त सेवन करें.
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गले में खराश और बुखार के लिए दवाएं लें.
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धूम्रपान या धुएँ वाले क्षेत्रों से बचें.
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दर्द और बुखार को कम करने के लिए इबुप्रोफेन, एसिटामिनोफेन, नेप्रोक्सन या एस्पिरिन लें. (19 वर्ष से छोटे बच्चों या किशोर को एस्पिरिन न दें. ऐसे में एस्पिरिन के उपयोग के बजाय इबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन का सेवन करें)पुदीना वेपोराइज़र का उपयोग करें.
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गर्म पानी से स्नान करें.
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