महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कई दिनों से जो कयास लगाए जा रहे थे, वो अब खुलकर हमारे सामने आ गए हैं, क्योंकि कल यानी सोमवार 4 जुलाई के दिन एकनाथ शिंदे की सरकार ने विश्वास मत जैसी अग्नि परीक्षा को पास कर लिया है.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिंदे की सरकार के समर्थन में 164 विधायकों ने अपना वोट दिया है. वहीं अगर विपक्ष में पड़े वोटों के बारे में बात करें, तो 99 विधायकों ने विपक्ष में अपना वोट डाला है. वोटिंग प्रक्रिया के दौरान सदन में 266 विधायक में मौजूद रहे, जिनमें से से तीन विधायकों ने वोट ही नहीं डाला और 21 विधायक तो सदन में उपस्थित ही नहीं हुए.
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सदन में बोलते हुए भावुक हुए मुख्यमंत्री शिंदे
फ्लोर टेस्ट को जीतने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने सदन में भाषण देते हुए अपने परिवार का जिक्र किया. इस भाषण के दौरान वे भावुक भी हो गए. दरअसल, मुख्यमंत्री शिंदे ने अपना भाषण देते हुए लगभग 20 पुरानी घटना को याद किया, जब उनकी आंखों के सामने उनके बेटे दीपेश और बेटी शुभदा की एक नदी में डूबकर मौत हो गई थी. शिंदे का कहना है कि इस घटना के बाद उन्होंने लगभग राजनीति छोड़ ही दी थी लेकिन आनंद दीघे ने मुझे सांत्वना दी और मेरा समर्थन किया.
पेट्रोल डीजल पर कम करेंगे वैट
CM एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास करने के बाद बताया कि जल्द ही मंत्रिमंडल की होने वाली बैठक में राज्य के लोगों के हित कि लिए पेट्रोल-डीजल पर वैट कम किया जाएगा.
जिसके बाद राज्य में पेट्रोल-डीजल सस्ते हो जाएंगे.
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