New Delhi: दुनिया के अरबपति बिल गेट्स ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) का दौरा किया और यहां के पूसा परिसर में लगभग डेढ़ घंटे बिताए और खेती एवं जलवायु परिवर्तन के बारे में लोगों से चर्चा की.
आईएआरआई के निदेशक ए.के. सिंह ने मीडिया को बताया कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष और ट्रस्टी बिल गेट्स ने आईएआरआई के कृषि-अनुसंधान कार्यक्रमों, विशेष रूप से जलवायु अनुकूल कृषि और संरक्षण कृषि में गहरी रुचि दिखाई.
इस दौरान गेट्स ने आईएआरआई की जलवायु परिवर्तन सुविधा और कार्बन डाइऑक्साइड के ऊंचे स्तर के साथ-साथ खेतों में उगाई जाने वाली फसलों के बारे में जानकारी हासिल की. उन्होंने मक्का-गेहूं फसल प्रणाली में संरक्षण कृषि पर एक कार्यक्रम का भी दौरा किया. गेट्स ने संरक्षण कृषि में गहरी रुचि दिखाई क्योंकि उनका एक लक्ष्य विश्व स्तर पर कुपोषण की समस्या का समाधान करना है, जिसके लिए वह स्थायी कृषि उपकरण विकसित करने में निवेश कर रहे हैं.
गेट्स ने खेतों में कीड़ों और बीमारियों की निगरानी के लिए आईएआरआई द्वारा विकसित ड्रोन तकनीक के साथ-साथ सूखे में उगने वाले छोले पर होने वाले एक कार्यक्रम को भी देखा.
संस्थान के निदेशक डॉ. अशोक कुमार सिंह ने गेट्स के दौरा को कृषि अध्ययन और जलवायु परिवर्तन की दिशा में सार्थक पहल बताया है. गेट्स ने कहा कि भारत में कृषि के राष्ट्रीय प्रोग्राम बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. फाउंडेशन के साथ काम करने और सपोर्ट लेने के लिए योजना बनाकर दी जाएगी.
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क्लाइमेट चेंज, बायोफोर्टिफिकेशन को लेकर फाउंडेशन सहयोग करेगा तो अच्छा रहेगा. आईएआरआई को जीनोम एडिटिंग जैसे नए विज्ञान के क्षेत्र में जीनोम चयन और मानव संसाधन विकास का उपयोग करके पौधों के प्रजनन के डिजिटलीकरण पर परियोजनाओं के लिए धन प्रदान किया जाएगा.
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