ऐसा कोई वर्ग और क्षेत्र नहीं जो कोरोना काल में प्रभावित नहीं हुआ हो, किसान भी उन्हीं में से है. हालांकि किसानों के लिए ये अच्छा रहा कि लॉकडाउन के समय फसलों की बुवाई का समय नहीं था. इस बीच बिहार सरकार ने किसानों के लिए एक अच्छी पहल कर नज़ीर पेश की है. गौरतलब है कि अभी देश में कोरोना का खतरा खत्म नहीं हुआ है, इसलिए बिहार सरकार सब्सिडी पर किसानों को बीज मुहैया करा रही है. इसकी खास बात ये है कि बीच बहुत कम दामों पर घर पर पहुंचाया जा रहा है.
इससे जहां एक तरफ किसानों का समय बच रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बिना किसी परेशानी के बहुत काम दाम में घर पर ही बीज मिल जा रहा है. आपको बता दें कि बिहार में कृषि विभाग (Agriculture Department) रबी की फसल की बुवाई के लिए बीजों की होम डिलीवरी (Home delivery) करा रही है. इसके तहत गेहूं का बीज मात्र दो रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल जा रहा है,तो वहीं अन्य फसलों के बीज पांच रुपए प्रति किलो की दर में लिए जा सकते हैं.
इन किसानों को 2 रुपए किलो मिल रहा है बीज
आपको बता दें होम डिलीवरी के जरिए किसानों को बीज उपलब्ध कराने के मामले में बिहार पूरे देश में एक मॉडल बन गया है. लेकिन ये फायदा सिर्फ उन किसानों को मिल रहा है जिन्होंने सब्सिडी पर बीज लेने के लिए 31 अगस्त तक ऑनलाइन (Online) आवेदन किया था.
Option: बीज पाने के क्या है विकल्प?
ऐसा नहीं है कि किसानों के पास सिर्फ होम डिलीवरी का ही ऑप्शन है. किसान चाहे तो बीजों को बीज वितरण केंद्र पर जाकर भी ले सकते हैं. आपको बता दैं कि कृषि विभाग अभी तक राज्यभर में तीन लाख 23 हजार 701 किसानों को रबी की फसलों का बीज वितरित कर चुका है. इसका मतलब है ये हुआ कि अब तक कुल 1 लाख 55 हजार 775 क्विंटल बीज किसानों दिया जा चुका है. अगर होम डिलीवरी की बात करें तो इनमें से कुल 43 हजार 175 किसानों के घर पर कृषि विभाग 21 हजार 695 क्विंटल बीज पहुंच चुका है. गौरतलब है कि विभिन्न योजनाओं के तहत सरकार की तरफ से रबी मौसम 2020- 21 के लिए किसानों को 2 रुपए किलो की दर से घर पर बीज पहुंचाया जा रहा है.
सरकार की इस पहल से किसानों को कितना फायदा?
बिहार सरकार का ये प्रयास उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही जो किसी वजह से बीज खरीदने के लिए केंद्रों पर नहीं जा सकते, क्योंकि जहां एक तरफ देश में कोरोना वायरस का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है तो वहीं बहुत से लोग खेती के साथ-साथ अन्य काम भी करते हैं जिसके कारण उनके पास पर्याप्त समय नहीं रहता. बीजों की होम डिलीवरी दिव्यांग और महिला किसानों के लिए भी बहुत जरूरी है. इस प्रयास से किसानों का पैसा और समय दोनों बच रहा है. आपको बता दें कि इससे पहले बिहार राज्य बीज निगम ने खरीफ की फसलों के बीज की भी होम डिलीवरी कराई थी. इस तरह की पहल पर गृह मंत्रालय ने भी बिहार सरकार की सराहना की थी.
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