
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) किसानों की आर्थिक मदद के लिए बनाई गई थी, लेकिन बिहार के दरभंगा जिले में इस योजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. जांच में पता चला कि जिले के ऐसे सैकड़ों किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया, जो इनकम टैक्स के दायरे में आते हैं. लेकिन सरकार अब इन किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. इसके लिए प्रशासन ने नोटिस भी जारी कर दिया है, जिसमें प्रशासन ने किसानों को नोटिस भेजकर पैसे लौटाने का आदेश दिया है.
आइए जानते हैं कि बिहार में सरकार की पीएम किसान योजना की स्कीम में ऐसा चौका देने वाला घोटाला कैसे हुआ.
किसानों को लौटाने होंगे पैसे वापस
मिली जानकारी के मुताबिक, दरभंगा जिले के करीब 3417 ऐसे किसानों ने पीएम किसान योजना का लाभ उठाया, जो इनकम टैक्स भरते हैं और इस योजना के लिए अपात्र हैं. इन किसानों ने कुल 4 करोड़ 75 लाख 84 हजार रुपये की धनराशि प्राप्त की है. अब प्रशासन ने इन किसानों को नोटिस भेजकर पैसे लौटाने का आदेश दिया है.
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
दरभंगा जिले में जब किसानों के आधार नंबर को उनके बैंक खातों और इनकम टैक्स डाटा से जोड़ा गया, तब यह गड़बड़ी सामने आई. जिला कृषि पदाधिकारी सिद्धार्थ ने इस मामले की पुष्टि की और बताया कि योजना के नियमों के अनुसार, जो किसान इनकम टैक्स भरते हैं, वे इस योजना के लाभ के हकदार नहीं होते. इसके बावजूद 3417 किसानों ने इस योजना का लाभ लिया.
इन प्रखंडों में सबसे ज्यादा गड़बड़ी
जांच में यह भी सामने आया कि बहेड़ी प्रखंड में 377 किसानों ने 53 लाख 76 हजार रुपये निकाले, जबकि कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड में 21 किसानों ने 3 लाख रुपये का गलत लाभ उठाया.
नोटिस जारी, पैसे लौटाने के निर्देश
प्रशासन ने सभी अपात्र किसानों को किसान सलाहकारों के माध्यम से नोटिस भेज दिया है. उनसे कहा गया है कि वे जल्द से जल्द सरकारी खाते में पैसे वापस जमा करें. राज्य सरकार ने इस उद्देश्य से दो बैंक खाते खोले हैं, जहां किसान धनराशि जमा कर सकते हैं.
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
इस घोटाले के सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. अब देखना यह है कि कितने किसान स्वेच्छा से पैसे लौटाते हैं और सरकार इस मामले में आगे क्या कदम उठाती है. यदि किसान समय पर पैसे नहीं लौटाते, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
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