देश के किसानों के लिए खेतीबाड़ी को आसान बनाने के लिए सरकार कई योजनाओं को लॉन्च करती रहती है. ये ही नहीं राज्य सरकार भी अपने-अपने स्तर पर इन योजनाओं में बदलाव करके किसानों को खेती करने के लिए प्रोत्साहित करती रहती है. इसी क्रम में भारत सरकार ने किसानों को एक और बड़ी सौगात दी है.
आपको बता दें कि हाल ही में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों को अधिक फायदा पहुंचाने के लिए खेती के लिए उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर्स की टेस्टिंग प्रक्रिया (Tractors Testing Process) की समय-सीमा में कमी कर दी है. जहां पहले किसानों के लिए ट्रैक्टर टेस्टिंग की समय सीमा 9 माह हुआ करती थी, वहीं अब यह समय सीमा 75 दिन तक कर दी गई है. नई तकनीक के ट्रैक्टरों (new technology tractors) का इस्तेमाल करने के लिए सरकार ने यह अहम फैसला लिया है, जिसके चलते अब किसानों को ट्रैक्टर के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इससे किसान व ट्रैक्टर कंपनी दोनों का समय बचेगा.
कृषि मंत्री ने दी खुद जानकारी (Agriculture Minister himself gave information)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बात की जानकारी खुद कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 31 जुलाई को अपने ट्विटर अकाउंट पर दी. जिसमें लिखा है कि केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी द्वारा खेती के लिए उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर्स की टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा को 9 माह से घटाकर किया मात्र 75 दिन कर दिया गया है.
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इसके अलावा उनके ट्वीट के साथ एक पोस्टर भी जारी किया गया है, जिसमें इस बात के बारे में साफ-साफ बताया गया है कि ट्रैक्टर टेस्टिंग की समय सीमा कम कर दी गई है. इसके अलावा उसमें यह भी लिखा गया है कि यह किसानों के लिए आजादी का अमृत महोत्सव में बड़ी सौगात है. जिसे 15 अगस्त 2022 से प्रभावी कर दिया जाएगा.
ट्वीट देखें-
.@AgriGoI ने केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी द्वारा खेती के लिए उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर्स की टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा को 9 माह से घटाकर किया मात्र 75 दिन...#AazadiKaAmritMahotsav में बड़ी सौगात...#AatmaNirbharKrishi pic.twitter.com/asNSooMUmK
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) July 31, 2022
बाजार में आने से पहले होती है जांच (Testing is done before entering the market)
किसानों को ट्रैक्टर खरीदने के बाद किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए ट्रैक्टरों की पहले अच्छे तरीके से जांच की जाती है. इसके लिए केंद्र सरकार के संस्थान केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी (मध्य प्रदेश) में सभी ट्रैक्टरों की जांच सही से होती है. जांच के दौरान ट्रैक्टर की कमी और सभी खूबियां के बारे में विस्तार से बताया जाता है.
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