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हरी मटर में कैंसरकारी रसायन! 64 नमूनों में मिला खतरनाक केमिकल, जानिए कैसे करें बचाव

कर्नाटक में FDA ने हरे मटर के पकौड़ों के 114 सैंपल जांचे, जिनमें से 64 सैंपल में टार्ट्राज़ीन नामक प्रतिबंधित रंग मिला. यह एलर्जी, अस्थमा और कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है. FDA ने मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी और जनता से सतर्क रहने व संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करने की अपील की.

लोकेश निरवाल
बड़ा खुलासा: हरे मटर के पकौड़ों में मिला खतरनाक रंग, सेहत के लिए बड़ा खतरा!
बड़ा खुलासा: हरे मटर के पकौड़ों में मिला खतरनाक रंग, सेहत के लिए बड़ा खतरा!

खाने-पीने में मिलावट एक गंभीर अपराध है, जिससे लोगों की सेहत को बड़ा नुकसान पहुंचता है. कर्नाटक में खाद्य सुरक्षा को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. राज्य के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने हरे मटर के पकौड़ों के 114 सैंपल इकट्ठा किए, जिनमें से 64 सैंपल में टार्ट्राज़ीन नामक प्रतिबंधित रंग पाया गया. यह रंग सेहत के लिए बेहद खतरनाक है और इसके इस्तेमाल पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है.

कर्नाटक में हरे मटर के पकौड़ों में टार्ट्राज़ीन मिलने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि खाद्य सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है. जनता को भी सतर्क रहना होगा और यदि किसी दुकान पर मिलावट की आशंका हो, तो तुरंत FDA को शिकायत दर्ज करानी चाहिए.

क्या है टार्ट्राज़ीन और यह क्यों खतरनाक है?

टार्ट्राज़ीन एक कृत्रिम पीला रंग है, जिसे आमतौर पर कैंडी, फास्ट फूड और पेय पदार्थों में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन यह रंग कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जैसे:

  • एलर्जी और अस्थमा: इससे त्वचा में खुजली, सांस लेने में दिक्कत और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
  • कैंसर का खतरा: शोध बताते हैं कि लगातार इस रंग का सेवन करने से कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
  • बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक: यह रंग हाइपरएक्टिविटी और एकाग्रता में कमी जैसी दिक्कतें पैदा कर सकता है.

FDA की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

FDA कमिश्नर श्रीनिवास के. ने 3 मार्च को मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी (OSD) को पत्र लिखकर इस मामले की जानकारी दी. रिपोर्ट के अनुसार, अब तक कर्नाटक में 96 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिनमें से सिर्फ 32 सैंपल ही सही पाए गए, जबकि 64 सैंपल में प्रतिबंधित रंग पाया गया, बाकी बचे सैंपलों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है, इसलिए उनके बारे में अभी तक कोई खास जानकारी नहीं मिली है. 

खाने में मिलावट पर कड़ा प्रतिबंध

पिछले साल स्वास्थ्य विभाग ने टार्ट्राज़ीन, सनसेट येलो और कार्मोइसिन जैसे कई रंगों पर प्रतिबंध लगा दिया था. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट, 2006 के अनुसार, खाने में इन रंगों का मिलाना अवैध और असुरक्षित माना जाता है.

राज्य भर में सैंपल इकट्ठा करने के आदेश

FDA ने पूरे कर्नाटक में हरे मटर के पकौड़ों के सैंपल इकट्ठा करने का अभियान चलाया. 20 फरवरी तक 70 सैंपल इकट्ठा किए जा चुके थे. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे राज्य के अलग-अलग जिलों से सैंपल लें और उनकी जांच करें.

मिलावट करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

हरे मटर के पकौड़ों में टार्ट्राज़ीन मिलने का मामला बेहद गंभीर है. टार्ट्राज़ीन लोगों की सेहत पर काफी बुरा प्रभाव डालता है. इस संदर्भ में FDA ने साफ कहा है कि मिलावट करने वाले दुकानदारों और व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

लोगों के लिए FDA की सलाह

FDA ने आम जनता को खाने-पीने की चीजों में मिलावट को लेकर सतर्क रहने की अपील की है.

  • खाने का रंग असामान्य लगे तो सावधान रहें.
  • खरीदारी से पहले जांच करें कि प्रोडक्ट पर फूड सेफ्टी मार्क लगा है या नहीं.
  • अगर किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलावट की आशंका हो, तो तुरंत FDA को सूचित करें.
English Summary: Big disclosure dangerous color found in green pea pakoras threat to health Published on: 06 March 2025, 05:10 PM IST

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