आज के आधुनिक समय में लोगों की सुविधाओं के लिए उनके काम करने के तरीकों से लेकर अन्य जरूरी कामों में भी बदलाव हो रहा है. इन नई तकनीकों के कारण लोगों के धन व समय दोनों की बचत होती है. साथ ही नई तकनीक बहुत ही तेजी से आगे बढ़ता नजर आ रहा है.
आपको बता दें कि इन्हीं नई तकनीकों में से एक ATM मशीन भी है. जिसकी मदद से लोग अपने मोहल्ले के आस-पास के नजदीकी ATM से अपनी जरूरत के मुताबिक पैसे निकलते हैं. लेकिन अब आने वाले दिनों में ग्राहकों की सुविधाओं के लिए सभी बैंक अपने एटीएम नेटवर्क पर कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध करवा सकती है. इस विषय में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का उपयोग करके सभी बैंकों और एटीएम नेटवर्क पर कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा देने के लिए प्रस्ताव को रखा गया है. जिसके लिए एनपीसीआई, एटीएम नेटवर्क और बैंकों को जल्द ही अलग-अलग निर्देश जारी किए जा सकते हैं.
पैसे की धोखाधड़ी पर लगेगी रोक (Money fraud will be stopped)
एक रिपोर्ट से पता चला है कि ATM कार्ड (ATM card) से पैसे निकालने में लोगों के साथ काफी धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं. इन सब धोखाधड़ी को रोकने के लिए कार्डलेस नकद निकासी सुविधा (cardless cash withdrawal facility) को शुरू करने वाला है. इससे लोगों के साथ हो रही धोखाधड़ी को भी रोका जाएगा.
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आरबीआई गवर्नर का कहना है कि यह नकदी की बेहतर सुविधा पहले देशभर के कुछ ही बैंकों को दी जाएगी. जिसके लिए आरबीआई विनियमित संस्थाओं में ग्राहक सेवा मानकों की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद ही इस सुविधा पर निर्णय लिया जाएगा.
रेपो रेट में लगातार 11वीं बार कोई बदलाव नहीं (No change in repo rate for the 11th time in a row)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल चालू वित्त वर्ष (current financial year) की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखा गया है. इस बैठक के दौरान रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यह स्थिति लगातार 11वीं बार है. जिसके कारण से रेपो रेट इस बार 4 प्रतिशत के साथ निचले स्तर पर मौजूद है. जिसका सीधा असर बैंक कर्ज की मासिक किस्तों पर पड़ेगा. जिसमें कोई बदलाव आपको देखने को नहीं मिला है.
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