चीनी मिलों ने सरकार द्वारा तय किए मूल्य में बढ़ोत्तरी की मांग की है। इस बीच चीनी उद्दोग के अनुसार राज्यों के अनुसार मूल्य तय किए जाने की मांग उठाई जा रही है। इसके लिए भारतीय चीनी मिल संघ समेत नेशनल फेडेरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज़ के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव नृपेंद्र मिश्रा के साथ मुलाकात की।
इस दौरान इस्मा ( भारतीय चीनी मिल संघ) के अध्यक्ष गौरव गोयल ने कहा कि चीनी के मिनिमम सेलिंग प्राइस को बढ़ाने के मद्देनज़र सरकार से बात की गई है। महाराष्ट्र में यह मूल्य बढ़ाकर 31 रुपए तथा उत्तर प्रदेश में इसे बढ़ाकर 33 रुपए प्रति किलो करने का आग्रह किया गया है।
आप को बता दें कि चीनी की घरेलू बाजार में घटती कीमतों से गन्ना किसानों को भुगतान न कर पाने की दशा में सरकार ने चीनी का फ्लोर मूल्य 29 रुपए प्रति किलो तय किया था। जबकि चीनी उद्दोग को राहत पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए थे जिसमें से एक चीनी का बफर स्टाक भी था। लेकिन चीनी मिलों ने अभी भी सरकार के सामने मूल्य को बढ़ाने की मांग की है।
ज्ञात हो कि उद्दोग को 2 करोड़ टन चीनी निर्यात के लिए कोटा दिया गया है लेकिन घरेलू बाजार के मुकाबले वैश्विक बाजार में भी चीनी का मूल्य काफी कम है जिसके लिए निर्यात नहीं किया गया है। हालांकि पीएम के मुख्य सचिव ने निर्यात की संभावित जगहों पर दल भेजने का निर्देश दिया है।
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