बेमौसम बारिश का कहर आम लोगों व किसानों के साथ- साथ पशुओं पर भी बरप रहा है. बारिश के कारण किसानों की फसल तो बर्बाद हो ही रही है साथ में उनके पशुओं को हानि भी हो रही है. इसका सबसे अधिक नुकसान उत्तर प्रदेश को झेलना पड़ रहा है. जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने पशुओं की हानि के लिए तत्काल भरपाई व फसलों के नुकसान के लिए राहत बचाव कार्य चलाना शुरू कर दिया है.
पशु हानि पर होगी तुरंत भरपाई
भारत के अधिकतर किसान पशुपालक किसान हैं. उनकी संपत्ती पशु, खेत व फसल ही होती है. ऐसे में किसानों को इनमें से किसी का भी नुकसान होता है तो उन्हें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ती है. हाल ही में हो रही बारिश के कारण कई किसानों ने अपनी फसल तथा पशुपालकों ने अपने पशुओं को खो दिया है. इस समस्या के निपटने के लिए राज्य सरकार ने पशु हानि के केस में तत्काल भरपाई के निर्देश जारी किए हैं. जिसके लिए पंचायत से लेकर ग्राम विकास, नगर विभाग समेत सभी पशुपालक व विभागों के अधिकारियों के लिए अलर्ट मोड जारी कर दिया है.
बारिश से प्रभावित जिलों में राहत कार्यक्रम
इस बार हुई बारिश पूरे देश के लिए आफत बनकर बरसी. बारिश अपने साथ – साथ नुकसान भी लेकर आई. जिसको देखते हुए अब अधिकतर राज्य की सरकरारें अलर्ट मोड पर हैं. वहीं उत्तर सरकार ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह बारिश से ग्रसित जिलों में राहत कार्यक्रम चलाएं, ताकि किसानों व पशुपालकों को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके और खेतों में जलभराव की समस्या खत्म की जा सके.
रबी फसलों पर पड़ेगा असर
बारिश के कारण यदि सबसे अधिक नुकसान किसी को हुआ है तो वह है किसान. बैमौसम बारिश के कारण किसानों को पहले फसलों का नुकसान हुआ. अब बारिश के कारण आशंका जताई जा रही है इस बार रबी फसलों की बुवाई में देरी हो सकती है, यदि देरी हुई तो इसका असर रबी फसलों पर पड़ेगा.
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विशेषज्ञों की मानें तो अक्टूबर का समय गेहूं, चना, मटर, मसूर और सरसों की बुवाई के लिए प्रमुख रहता है. जिसके लिए खेतों को तैयार कर 15 अक्टूबर तक खेतों में बुवाई कर दी जाती है. लेकिन अब बारिश ने इस काम में पानी फेर दिया है. जिससे रबी फसल के उत्पादन पर असर दिखेगा.
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