कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच ऑक्सीजन के अभाव में लगातार मरीज दम तोड़ते जा रहे हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए अब केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. हालांकि, आक्सीजन की पूर्ति करने के लिए पिछले कई दिनों से पीएम मोदी समेत कई बड़े मंत्रियों के बैठक का सिलसिला जारी है, मगर अफसोस इसका कोई भी असर धरातल पर उतरता हुआ नजर नहीं आ रहा है. पीएम मोदी, स्वास्थ्य मंत्रालय समेत सरकार का पुरा लावलश्कर ऑक्सीजन की कमी की पूर्ति करने में जुट चुका है. विगत शुक्रवार को इसी सिलसिले में पीएम मोदी की अगुवाई में 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे. गौरतलब है कि कोरोना का सर्वाधिक कहर राजधानी दिल्ली में है और ऊपर से ऑक्सीजन की कमी से हालात बेकाबू हो चुके हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विदेशों से ऑक्सीन प्लांट मंगवाने के निर्देश दे दिए हैं, ताकि यहां गंभीर हो रही स्थिति पर विराम लगाई जा सके.
बता दें कि गृह मंत्री ने सिंगापुर, यूएई और जर्मनी से ऑक्सीजन सिलेंडर मगंवाने के निर्देश दे दिए हैं. बताया जा रहा है कि बहुत जल्द ही इन देशों से भारत में ऑक्सीजन लाया जा चुका है. मालूम हो कि ऑक्सीजन के अभाव में लगातार भारत में लोग दम तोड़ते जा रहे हैं, जिसके चलते स्थिति अत्याधिक गंभीर हो चुकी है. इससे पहले जर्मनी को हवाई मार्ग से 23 ऑक्सीजन प्लांट मंगवाने के निर्देश दिए जा चुके हैं. इस प्लांट में प्रतिमिनट 40 लीटर ऑक्सीजन निर्मित किया जाता है और प्रतिघंटा 2400 लीटर ऑक्सीजन उत्पादित करता है.
इसके साथ की लगातार गंभीर होते हालातों को मद्देनजर रखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में सभी बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को चालू करवाने के आदेश दिए हैं, ताकि भारत में गंभीर हो चुकी स्थिति पर काबू पाया सके.
गौरतलब है कि मौजूदा समय में कोरोना का कहर अपने चरम पर है और मरीज लगातार ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ते जा रहे हैं. ऐसे में अगर समय रहते उचित फैसला नहीं लिया गया तो स्थिति गंभीर हो सकती है.
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