दिल्ली में कोरोना के कहर से हालात किस कदर बिगड़ चुके हैं. इस पर तो फिलहाल ज्यादा कुछ टिका टिप्पणी करने की दरकार महसूस नहीं होती है. राजधानी के भयावह हो रहे हालातों का अंदाजा तो आप महज इसी से लगा सकते हैं कि यहां संक्रमण के मामले अब 50 हजार के पार पहुंच चुके हैं और अस्पतालों की बदहाली के सबब से मृतकों की संख्या में भी इजाफा जारी है. ऐसी स्थिति में सरकार अब आने वाली हर विपदा को लेकर पहले से ही अपने आपको तैयार कर रही है. इस बीच अब दिल्ली सरकार ने लोगों को दो माह तक मुफ्त राशन देने का ऐलान किया है, जिनके पास राशन कार्ड है, उन्हें दो माह तक मुफ्त राशन की सुविधा प्रदान की जाएगी.
इसके साथ ही ऑटो समेत रिक्शा ड्राइवरों को प्रतिमाह 5 हजार रूपए देने का ऐलान किया गया है, ताकि इस बदहाली के समय उन्हें आर्थिक सुविधा प्राप्त हो सके. वहीं, जैसे ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बात का ऐलान किया कि दो माह तक लोगों को मुफ्त राशन दिया जाएगा, तो इस बात की चर्चा अपने चरम पर पहुंच गई कि क्या अब यह लॉकडाउन लंबा चलेगा, तो इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे इस ऐलान से यह बिल्कुल मत समझिएगा कि अब दिल्ली में लॉकडाउन आगे बढ़ने जा रहा है, बल्कि हम तो यह चाहते हैं कि जल्द से जल्द हालात दुरूस्त हो जाए और सब कुछ ठीक हो जाए और हम इस लॉकडाउन को वापस लें. हम कतई नहीं चाहते हैं कि दिल्ली में लॉकडाउन आगे बढ़े.
यहां हम आपको बताते चले कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में लॉकडाउन लगाने पर उस वक्त मजबूर हो गई, जब यहां हालात बेकाबू हो चुके थे. संक्रमण के मामले अपने चरम पर पहुंच गए और अस्पतालों की बदहाली का शिकार होकर लगातार लोग दम तोड़ते जा रहे थे. इन सब हदय विदारक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए पहले तो दिल्ली सरकार ने महज एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन का फैसला किया था.
उस दौरान सरकार ने कहा था कि इस दौरान हम लचर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने का काम करेंगे, मगर अब जब लॉकडाउन आगे बढ़ाया जा चुका है, तब भी हालात दुरूस्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं. खैर, अब आगे दिल्ली में कोरोना का कहर क्या रूख अख्तियार करता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.
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