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KJ Chaupal में शामिल हुए प्रोफेसर एमएस रेड्डी, युवा पत्रकारों से साझा किए अपने विचार

कृषि जागरण के केजे चौपाल में आज एशियन पीजीपीआर सोसाइटी फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के संस्थापक और अध्यक्ष, प्रोफेसर एमएस रेड्डी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.

KJ Staff
कृषि जागरण  एवं  एग्रीकल्चर के संस्थापक और प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक  (दाएं) और  प्रोफेसर एमएस रेड्डी  (बाएं ) KJ Chaupal में  कृषि जागरण टीम के साथ
कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर के संस्थापक और प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक (दाएं) और प्रोफेसर एमएस रेड्डी (बाएं ) KJ Chaupal में कृषि जागरण टीम के साथ

आज कृषि जागरण के केजे चौपाल में एशियन पीजीपीआर सोसाइटी फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के संस्थापक और अध्यक्ष, प्रोफेसर एमएस रेड्डी को आमंत्रित किया गया. वही, कृषि जागरण एवं एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक और प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक ने प्रोफेसर एमएस रेड्डी का स्वागत किया. प्रोफेसर एमएस रेड्डी ने कृषि जागरण के प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक के साथ पूरे ऑफिस का दौरा किया और ऑफिस के कर्मचारियों से बात भी की. इसके अलावा, उन्होंने कृषि जागरण के द्वारा किए जा रहे कार्य की भी सराहना की. साथ ही उन्होंने कृषि जागरण के केजे चौपाल में अपने विचारों को व्यक्त किया.

45 देशों की यात्रा कर चुके हैं प्रोफेसर रेड्डी

प्रोफेसर रेड्डी ने केजे चौपाल में बताया कि उन्होंने कनाडा से स्नातक किया है और लगभग 45 देशों की यात्रा कर चुके हैं. प्रोफेसर रेड्डी ने बताया कि उन्होंने सबसे करियर का ज्यादातर वक्त कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में दिया है. अगली पीढ़ी को मार्गदर्शन देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट है, उन्होंने भारत समेत कई अन्य देशों के 561 से अधिक छात्रों की काउंसलिंग है, जिनमें से कई ने सफलतापूर्वक ग्रीन कार्ड प्राप्त किए हैं. 

कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर एमएस रेड्डी का कृषि जागरण की टीम ने किया स्वागत
कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर एमएस रेड्डी का कृषि जागरण की टीम ने किया स्वागत

अपनी यात्रा पर विचार करते हुए, प्रोफेसर रेड्डी ने बताया, "मैं मूल रूप से एक कृषि वैज्ञानिक हूं जो बीज की गुणवत्ता और कृषि पद्धतियों में सुधार करने का प्रयास करता हूं, स्वस्थ और टिकाऊ खाद्य उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए जैविक खेती के तरीकों की वकालत करता हूं." गौरतलब है कि कृषि में क्रांति लाने के लिए प्रौद्योगिकी और टिकाऊ पद्धति का लाभ उठाने की उनकी प्रतिबद्धता कृषक समुदाय के लिए अधिक लचीले और पर्यावरण-अनुकूल भविष्य के उद्देश्य से एक दूरदर्शी दृष्टिकोण को उजागर करती है.

ये भी पढ़ें: पूर्व एनआईसी डीजी प्रोफेसर मोनी मदास्वामी 'अशोक पुरस्कार 2023' से हुए सम्मानित

मालूम हो कि, कृषि विज्ञान में प्रोफेसर रेड्डी के योगदान को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है. उन्होंने कई स्नातक, पोस्ट-डॉक्टरल और विजिटिंग वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों प्लेटफार्मों पर प्रशिक्षित किया है. उन्हें भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका समेत कनाडा के कई प्रतिष्ठित पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.

English Summary: Agricultural scientist Professor MS Reddy joins Krishi Jagran KJ Chaupal young journalist green card counseling of students Published on: 19 December 2023, 04:37 PM IST

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