भोपाल के केंद्रीय कृषि अभियान अभियांत्रिकी संस्थान में 20 दिसंबर से शुरू हुए विशाल कृषि उद्यानिकी एवं कृषि अभियांत्रिकी मेले का आयोजन किया गया. इस मेले का उद्देश्य किसानों को नवीनतम तकनीकों और आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी देना और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देना है. इस अवसर पर प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री लखन पटेल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को तकनीक का लाभ उठाकर स्वावलंबी बनने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं और नई तकनीकों का मुख्य उद्देश्य किसानों को रोजगार और आत्मनिर्भरता प्रदान करना है.
कार्यक्रम में विधायक घनश्याम रघुवंशी ने प्रदेश सरकार की कृषि हितैषी नीतियों और खेती को लाभकारी बनाने के प्रयासों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है.
कृषि मेला और संगोष्ठी
इस मेले में देशभर की 100 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया और आधुनिक कृषि यंत्रों एवं तकनीकों का सजीव प्रदर्शन किया. मेले में किसानों को नई तकनीकों और उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी गई.
संगोष्ठी में देश के प्रमुख वैज्ञानिकों ने भाग लिया और किसानों को उपयोगी जानकारी प्रदान की. इन वैज्ञानिकों में शामिल थे:
- डॉ. एस एस सिंधु, एमेरिटस वैज्ञानिक, आईएआरआई, नई दिल्ली
- डॉ. वाई सी गुप्ता, पूर्व डीन, एफएलए विभाग
- डॉ. पी बी भदोरिया, आईआईटी खड़गपुर
- प्रोफेसर डॉ. सी के गुप्ता, पूर्व डीन, डीवाईएस पमार विश्वविद्यालय, सोलन
- डॉ. सीआर मेहता, डायरेक्टर, सीआईएई
- डॉ. सुरेश कौशिक, फॉर्मर सीटीओ, आईएआरआई पूसा दिल्ली
- डॉ. प्रकाश, पूर्व अध्यक्ष, स्टूडेंट्स वर्ल्ड, नेपाल
वैज्ञानिकों ने किसानों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए उपयोगी सुझाव दिए. किसानों ने संगोष्ठी में अपनी जिज्ञासाओं को साझा किया और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त किया.
आयोजन की विशेषता
इस मेले और संगोष्ठी के आयोजन में जिले की भोग आत्मा समिति और राइजिंग मध्य प्रदेश का सहयोग रहा. कार्यक्रम को सफल बनाने में भरत बालियान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह आयोजन 20, 21 और 22 दिसंबर को जारी रहेगा, जिसमें और भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. कृषि मेले ने किसानों को आधुनिक तकनीकों और नई संभावनाओं से अवगत कराने में अहम भूमिका निभाई.
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