देशभर में बरिश और बाढ़ की तस्वीरें सामने आ रही है. पिछले कुछ दिनों से देश के अलग- अलग हिस्सों में जिस तरह लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है उससे न सिर्फ बाढ़ प्रभावित इलाकों में मुश्किलें बढ़ी हैं, बल्कि बड़ी संख्याओं में नदियों के आस पास बसे लोगों को अपने घरों को छोड़कर पलायन करना पड़ रहा है.
बता दें सबसे ज्याद ये नजारा पहाड़ी इलाकों में नजर आ रहा.
हाल ही में राजधानी शिमला के कच्ची घाटी इलाके में भूस्खलन की वजह से एक 8 मंजिला इमारत धराशायी हो गयी है, लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर है इस घटना में किसी की जान को खतरा नहीं रहा.
बता दें रिपोर्ट के मुताबिक शिमला (Shimla) के इस धराशायी इमारत में सुबह के समय ही इसमें दरारें आना शुरू हो गयी थी, जिस वजह से प्रसाशन ने उस इमारत में रहने वाले को पहले ही बिल्डिंग को खाली करने का निर्देश दे दिया था. बताया जाता है कि, इस इमारत के ढ़हने से आस पास के इलाकों में लोगों के अन्दर काफी अपने घरों की इमारत को लेकर डर पैदा हो गया है.
विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने लिया घटना का जायजा (Development Minister Suresh Bhardwaj Took Stock of The Incident)
शिमला की इस घटना के बाद विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने घटना स्थल पर पहुँच कर वहां का जायजा लिया और इसके साथ ही उन्होंने वहन के लोगों को हर संभव राहत पहुँचाने की बात कही. बता दें पहाड़ी इलाके में ज्यादातर सभी लोगों के घर पहाड़ों पर ही बने हैं, जिस वजह से वहां पर लैंडस्लाइड (Landslide) का खतरा बना रहता है.
बिल्डिंग के गिरने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है. भवन के मलबे से पहाड़ी के निचली तरफ बना दो मंजिला भवन और एक मकान भी मलबे में तब्दील होने की आशंका जताई जा रही है
ऐसा बताया जा रहा है कि शिमला में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से वहां के इलाके में लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ रहा है. जिस वजह से यह हादसा हुआ है. बता दें कि इमारत के मलबे से पहाड़ी के निचली तरफ बना दो मंजिला बिल्डिंग और एक मकान भी मलबे में तबदील हो गया है.
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