चित्रकूट में 25 फरवरी के दिन भारत रत्न राष्ट्र ऋषि नानाजी की 14वीं पुण्यतिथि पर 3rd अंतर्राष्ट्रीय एसडीजी सम्मेलन का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम 25 फरवरी से लेकर 27 फरवरी, 2024 तक आयोजित है. इस कार्यक्रम का समापन 27 फरवरी के दिन भंडारा आयोजन के साथ किया जाएगा. यह कार्यक्रम ‘तृतीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन सतत विकास’ के लक्ष्य पर आयोजित किया गया है. जानकारी के लिए बता दें कि कार्यक्रम में केवीके सहित अन्य कई तरह की 'श्री अन्न' प्रदर्शनी भी लगाई गई. प्रदर्शनी का शुभारंभ सतना सांसद गणेश सिंह और अन्य अधिकारियों के द्वारा किया गया.
वहीं, कार्यक्रम में मौजूद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो,मध्य प्रदेश शासन की पूर्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, बेस्ट इंडीज के प्रो नरेश सिंह, राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति प्रो अरविंद शुक्ला, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ भरत मिश्रा, झांसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पांडे, पदम उमाशंकर पांडे, डॉ त्रिलोचन महापात्रा, अटारी डायरेक्टर डॉ शांतनु दुबे, डॉ अंबेडकर महू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डीके शर्मा, डॉ शेषाद्री चारी, गजानन डांगे एवं सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता आदि अधिकारियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई.
कार्यक्रम में क्या कुछ रहा खास
प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र चित्रकूट के वैज्ञानिक विजय गौतम ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमारे देश में मोटे अनाज की खपत लगातार बढ़ रही है. यह अनाज पोषक तत्वों का भंडार है. देखा जाए तो लोग भी श्री अन्न के महत्व की समझ रहे हैं और साथ ही जागरूक भी हो रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि मोटे अनाज गेहूं और चावल की तुलना में सस्ते होने के साथ-साथ उच्च प्रोटीन, फाइबर, विटामिन का बेहतर आहार है.
इस कार्यक्रम में G-20 और C-20 से जुड़ी जानकारियों को भी साझा किया गया. साथ ही कार्यक्रम में किसानों को उनकी फसल से जुड़ी कई तरह की बेहतरीन जानकारी दी गई. ताकि कृषि का विकास तेजी से साथ आगे बढ़ सके. वहीं, डॉ शेषाद्री चारी ने कार्यक्रम में कहा कि पर्यावरण को दूषित करने वाली बातों का हमें पालन नहीं करना चाहिए. तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम लोगों की समस्या लोगों के साथ बैठकर ही हल करेंगे, तो उसका सही हल निकलेगा. उनका कहना है कि जहां की परेशानी है वही के लोगों के बीच बैठकर इसका हल किया जाए.
कार्यक्रम में मौजूद प्रदर्शनी
भारत रत्न राष्ट्र ऋषि नानाजी की 14वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस कार्यक्रम में कई तरह की बेहतरीन प्रदर्शनी लगाई गई. जैसे कि- कृषि विज्ञान केंद्र मझगवां, गनीवां, छतरपुर, रीवा, कटनी, उमरिया, नरसिंहपुर, शहडोल, दमोह, डिण्डौरी, सीधी, सागर, पन्ना की प्रदर्शनी लगाई. साथ ही जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के खाद्य विज्ञान विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग सतना, मध्य प्रदेश जैव विविधता बोर्ड भोपाल के द्वारा भी श्री अन्न के मूल्यवर्धित व जैविक कीटनाशकों का प्रदर्शन, मशरूम के मूल्य संवर्धित उत्पाद एवं जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट द्वारा भी प्रदर्शनी लगाई गई.
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साथ ही कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा बनाये गए उत्पादों का प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा इस कार्यक्रम में लोगों को जन जागरूक करने हेतु विशिष्ट प्रदर्शनी भी लगाई गई है.
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