Haryana:आज किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन में भी हाथ आजमा रहे हैं. दूध और इससे बने उत्पादों की बढ़ती डिमांड के बीच अब किसान भी पशुपालन की ओर रुख कर रहे हैं. इससे खेती के साथ अतिरिक्त आमदनी की भी व्यवस्था हो जाती है. पशुपालन क्षेत्र के विकास-विस्तार के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर भी लगातार प्रयास कर रही हैं. जहां केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना चलाई है, वहीं राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर पशुपालन को बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करती रहती हैं.
हरियाणा में पशु मेला
हरियाणा पशुपालन विभाग चरखी दादरी में 11 से 13 मार्च तक 39वें राज्य स्तरीय पशु मेले का आयोजन कर रहा है. जहां घोड़े और ऊंटों के शानदार करतबों का कार्यक्रम आयोजित होगा. इस पशु मेले में 50 से भी अधिक पशु प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी, जिसमें जीतने वाले पशुपालकों को 50 लाख रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे.
पशुपालकों को 50 लाख रुपये का ईनाम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के चरखी दादरी में आयोजित 39वां राज्य स्तरीय पशु मेला में गाय, भैंस, बैल, बकरी, भेड़, खागड़, मेंढ़े, ऊंट, सूअर और गधों की उन्नत नस्लों की प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी. इसके अलावा, दुनियाभर में मशहूर हरियाणा की पशु प्रजातियां मुर्रा और साहीवाल के साथ-साथ विदेशी नस्ल के मवेशियों के बीच 50 से अधिक प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी. इन प्रतियोगिताओं में जीतने वाले पशु पालकों को 50 लाख रुपये का पुरस्कार देने का प्लान है. इन प्रतियोगिताओं में दूसरा और तीसरा स्थान पाने वाले पशुपालकों को भी तय मानकों के हिसाब से पुरस्कृत किया जाएगा.
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पशुओं का रैंप वॉक
आपने पशु मेलों में ऊंट और घोड़ों के करतब देखे होंगे. लेकिन हरियाणा के चरखी दादरी में आयोजित होने वाले पशु मेले में कुछ खास होने वाला है. इस मेले में पशुओं के करतब, प्रतियोगिताओं के अलावा रैंप वॉक भी देखने को मिलेगी. बताया जा रहा है कि इस रैंप वॉक में उन्नत नस्ल के पशुओं से मेले में आए दूसरे पशुपालकों को रूबरू करवाया जाएगा. इस पशु मेले में भाग लेने वाले पशुपालकों के लिए सरकार की ओर से खाने-पीने और रहने की व्यवस्था भी की जाएगी.
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