अगर आप डेयरी, सोया या नट्स का सेवन करना पसंद नहीं करते हैं, तो आपके लिए ओट मिल्क एक बेहतर विकल्प है. आप इसे डायट में जरूर शामिल करें, क्योंकि ओट मिल्क लैक्टोज फ्री होता है.
इसे फिटनेस फ्रीक लोग ज्यादा पसंद करते हैं. इतना ही नहीं, अब अधिकतर लोग दूध की जगह वेगन डाइट में ओट मिल्क (Oat Milk for Vegan Diet) शामिल करते हैं.
ओट मिल्क पर शोध (Research on Oat Milk)
इस शोध के अनुसार, गाय और भैस की दूध की जगह ओट मिल्क का उपयोग किया जा सकता है. यह दूध काफी हेल्दी होता है, जो वजन कम करने में सहायक है, क्योंकि इसमें फैट की मात्रा बहुत कम होती है. इस मिल्क को वेगन मिल्क (Vegan milk) भी कहा जाता है. आइए जानते हैं ओट मिल्क के फायदे (Oat Milk Benefits) और इसे बनाने का तरीका...
ओट मिल्क पीने का तरीका (What is Oat Milk)
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ओट मिल्क जई से बनाया जाता है.
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इसके लिए पानी और ओट को एक साथ ब्लेंड कर लें.
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इसके बाद छान लें.
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फिर किसी जार में रख दें.
बता दें कि यह बिल्कुल दूध की तरह दिखता है, जिसे आप 1 से 2 दिनों तक इस्तेमाल कर सकते हैं. ओट मिल्क का सेवन वेगन डाइट प्लान या शाकाहारी डाइट प्लान में किया जाता है. यह बाजार में अलग-अलग फ्लेवर में उपलब्ध है.
ओट मिल्क में मौजूद न्यूट्रिशन (Oat Milk Nutrition)
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कैलोरी
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फैट
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सोडियम
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कार्बोहाइड्रेट्स
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शुगर
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फाइबर
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प्रोटीन
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कैल्शियम
ओट मिल्क का इस्तेमाल (Use of oat milk)
इसकी खासियत यह है कि इसका फ्लेवर माइल्ड और टेक्सचर स्मूद होता है. इस दूध की चाय और कॉफी, दोनों बना सकते हैं. इसका इस्तेमाल स्मूदीज, बेक्ड गुड्स बनाने में जा सकता है.
ओट मिल्क के फायदे (Oat Milk Benefits)
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यह एक डेयरी उत्पाद का विकल्प है.
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अगर आप वेगन डाइट करना चाहते हैं, तो उनके लिए यह बेहतर विकल्प है.
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ग्लूटेन फ्री डाइट वाले लोगों के लिए ओट्स मिल्क अच्छा है.
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वेट लॉस डाइट प्लान के लिए भी ओट मिल्क बेहतर होता है.
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ओट मिल्क में फैट की मात्रा नहीं होती है.
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इसमें फाइबर और कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है.
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जिन लोगों को डेयरी उत्पादों से एलर्जी होती है, उनके लिए ओट मिल्क अच्छा है.
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इसका सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा है.
ध्यान रखें यह बात (Keep this in mind)
अगर आप डेयरी, सोया या नट्स का सेवन नहीं करते हैं, तो ओट मिल्क (Benefits of Oat Milk in hindi) एक बेहतर नॉन-डेयरी है. इसके साथ ही गाय के दूध की जगह एक बेहतरीन विकल्प है. ध्यान दें कि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी-12 और विटामिन डी की कमी होती है, इसलिए आप अन्य स्रोतों के जरिए इन पोषक तत्वों की कमी पूरी कर लें.
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