आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसे फल के बारे में जो कि दिखने में चीकू की तरह होता है लेकिन उसके फायदे अनगिनत होते है। जी हां हम बात करें रहे है पहाड़ी फल कीवी के बारें में। कीवी एक ऐसा फल है जो कि ज्यादा लोकप्रिय ना होकर भी आपकी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके अंदर काले रंग के छोटे-छोटे बीज होते है। तो आइए जानते है क्या है कीवी खाने के फायदे :
कीवी खाने के फायदे :
1. कोलेस्ट्रोल लेवल ठीक रखे : कीवी का फल आपके शरीर के कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करने में काफी सहायक होता है। दिल से जुड़ी बीमारियों को ठीक रखने में यह मुख्य रूप से फायदेमंद होता है.
2. एंटीअक्साइड से भरपूर : कीवी का फल एंटीअक्साइड से भरा हुआ होता है. ये कई तरह के इंफेक्शन को ठीक रखने में काफी सहायक होता है.
3. सूजन कम करने में सहायक : कीवी में इन्फेमेटरी गुण पाया जाता है. ये शरीर के अंदर के घावों और सूजन को कम करने में मदद करता है.
4. कब्ज में राहत : कीवी में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है. इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या में भी फायदा होता है.
5. प्रतिरक्षा प्रणाली में होता सुधार : कीवी का सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ानें में काफी ज्यादा मदद करती है.
6. नींद लेने में सहायक : कीवी फल में विटामिन सी, ई पाए जाते है. इसके अलावा कीवी फोलेट में समृद्ध होता है. कीवी का सेवन नींद की गुणवत्ता में काफी सुधार करता है.
7. अलसर में फायदेमंद : कीवी का फल पैर अल्सर के उपचार में काफी ज्यादा सहायक होता है. ये डायबिटीज वाले रोगियों के लिए भी काफी ज्यादा सुरक्षित है.
कीवी फल के बारे में जानकारी
कीवी देखने में हरा और हल्के भूरे रंग का रोएदार, आयताकार, चीकू के तरह होता है। इस फल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह फल मूल रूप से चीन की पैदावार है। कीवी फल की खेती भारत में उत्तराखंड के नैनीताल, रामगढ़, धारी, भीमताल, बेतालघाट, मुक्तेश्वर, तत्ता पानी आदि क्षेत्रों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हुई है।
कीवी फल के नुकसान :
जिस प्रकार से किसी फल के काफी लाभ होते है उसी हिसाब से कई तरह के नुकसान भी होते है, कीवी एक ऐसा फल है जिसे खाने से कई तरह के हानिकारक दुष्परिणाम हो सकते है :
1. कीवी के सेवन से एलर्जी की समस्या हो सकती है.
2. कीवी फाइबर में समृद्ध होती है इसीलिए जरूरत से ज्यादा इसका सेवन दस्त का कारण भी बनती है.
3. कीवी का अधिक सेवन शरीर में किडनी के पत्थरों के विकास के लिए खतरा पैदा कर सकती है.
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण
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