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डर से प्रभावित होता है इम्युनिटी सिस्टम, जानिए इसे ठीक रखने के उपाय

हमारे जीवन और हमारे आस-पास हो रही गतिविधियों का हमारे शरीर पर पूरा असर पड़ता है. जीवन में बहुत कुछ ऐसा होता है जो अच्छा होता है और उसका हमारे शरीर पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है लेकिन कई हालात ऐसे भी होते हैं जिनका हमारे जीवन से कुछ लेना–देना नहीं होता पर हमारे शरीर पर इसका असर जरूर पड़ता है. ऐसे में हमारा शरीर कई बीमारियों का शिकार हो जाता है.

Kajal Sharma

हमारे जीवन और हमारे आस-पास हो रही गतिविधियों का हमारे शरीर पर पूरा असर पड़ता है. जीवन में बहुत कुछ ऐसा होता है जो अच्छा होता है और उसका हमारे शरीर पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है लेकिन कई हालात ऐसे भी होते हैं जिनका हमारे जीवन से कुछ लेना–देना नहीं होता पर हमारे शरीर पर इसका असर जरूर पड़ता है. ऐसे में हमारा शरीर कई बीमारियों का शिकार हो जाता है.

अक्सर बीमारी अकेली नहीं होती है, बीमारी के साथ मत्यु और भय भी साथ होता है. आज पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस की वजह से हमारे आसपास डर का माहौल हमपर हावी होता जा रहा है. ऐसे समय पर क्या करना चाहिए, यह जानना बेहद आवश्यक है. कहा जाता है कि डर की वजह से व्यक्ति का इम्यूनिटी सिस्टम कमजार होता है. कमजोर इम्यून सिस्टम शरीर में संक्रमण, वायरस से लड़ने वाली कम प्रतिरक्षा कोशिकाओं का उत्पादन करता है. युवाओं की तुलना में वृद्ध लोगों में तीव्र संक्रमण मृत्यु दर लगभग दो से तीन गुना अधिक होती है. ऐसे में यह जरूरी है कि शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को कैसे ठीक किया जाए. कहा जाता है कि कई कारक मानव की प्रतिरक्षा को प्रभावित करते हैं. अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है तो आपके शरीर में वायरस, फ्लू आसानी से प्रवेश कर सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने इम्यूनिटी सिस्टम को ठीक रखें.

हेल्दी खाना खाएं

इम्युनिटी सिस्टम को ठीक करने के लिए जरूरी है कि पौष्टिक आहार या पूरक आहार खाया  जाएजिससे शरीर को वह सब कुछ मिल जाए जिसे उसकी जरूरत है. यह संक्रमण या बीमारी को दूर करने के लिए आवश्यक एंटीबॉडी और प्रतिरक्षा का निर्माण करता है.

सक्रिय रहें

आलस और असक्रियता आपको कई बीमारियों की चपेट में ला सकती है. रोजाना कुछ न कुछ शारीरिक एक्टिविटी करते रहना चाहिए. नियमित व्यायम करने से आपको इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है. शोध बताते हैं कि शारीरिक गतिविधियां प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं और एंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ावा देती हैं.

नींद पूरी लेना

कहा जाता है कि हर व्यक्ति को दिन में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है. लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो वह स्वास्थ्य जोखिमों से ग्रस्त रहते हैं. यहां तक कि युवा और स्वस्थ लोगों में भी नींद की खराब गुणवत्ता प्रतिरक्षा को कम कर सकती है.

तनाव से लड़ें

समय के साथ, तनाव शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करता है और दिल से संबंधित बीमारियों और मनोवैज्ञानिक मुद्दों जैसे प्रमुख स्वास्थ्य चिंताओं को बढ़ा सकता है. तनाव को प्रबंधित करना और इसे कम रखना बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर 21वीं सदी में, जहां जीवनशैली अपने आप में काफी तनावपूर्ण है. तनाव से लड़ने के लिए मज़ेदार तरीके खोजें.

English Summary: Fear affects immunity system, know what to do to keep it right Published on: 20 April 2020, 04:56 PM IST

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