शासनादेश
विनाशी कीट एवं नाशक अधिनियम, 1914 के प्रावधानों के तहत भारत में विदेशी कीट के प्रविष्टि, स्थापना और प्रचार को रोकने के लिए यह अधिसूचना जारी की जाती है|
उद्देश्य
एक कुशल और प्रभावी सेवा प्रदान करना, जो पूरी तरह से हमारे ग्राहकों, आयातको, निर्यातको, व्यक्तियों और सरकार को संतुष्ट करें|
मिशन
- नाशकजीवो एवं विनाशकारी कीटों के प्रसार और स्थापित होने से रोककर या उसके प्रकोपों से पौधों के जीवन की रक्षा करके फसलों की उत्पादकता में वृद्धि करना जिससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके|
- पौधों और कृषि वस्तुओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षित वैश्विक व्यापार जो उत्पादों के निर्यात प्रमाणीकरण की सुविधा के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत हमारे कानूनी दायित्व को पूरा करें|
- हमारे पर्यावरण की रक्षा करने के लिए सुरक्षित संगरोध तरीकों को अपनाएं|
गतिविधियां
- पी.क्यू. आदेश, 2003 के अनुसार आयातित पादप और पादप सामग्री के दूषित पाए जाने पर उसको नियंत्रित करने के लिए निर्वासन, विनाश या प्रदुमन करने की मंजूरी प्रदान करना |
- खपत एवं रोपण हेतु पादप एवं पादप सामग्री के सुरक्षित आयात परमिट जारी करना |
- आयात करने वाले देश के संगरोध नियमों के अनुरूप पादप एवं पादप सामग्री के निरीक्षण एवं प्रदुमन के पश्चात निर्यात हेतु पादप स्वछता प्रमाणपत्र प्रदान करना |
- नामित अधिकारियों द्वारा आयातित पादप सामग्री का निरीक्षण करके रोग एवं कीट मुक्त है सुनिश्चित करना |
- कीट नियंत्रण पर्यवेक्षकों की निगरानी में कृषि सामग्री और कार्गो कंटेनरों के प्रद्युमन एवं अन्य उपचार की मंजूरी देना |
- कस्टम अधिकारियों सी.एच.ए. और पी.सी. ओ. को देश की आवश्यकताओं के अनुसार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगरोध और पादप उपायों के लिए प्रति जागरूकता पैदा करना |
- संगठन द्वारा पैक हाउस के हितधारकों कर्मचारियों और कुशल श्रमिकों को प्रशिक्षण प्रदान करना |
- संगठन के द्वारा पादप स्वछता प्रमाणपत्र जारी करने के लिए अधिकारियों निरीक्षकों और प्रयोगशाला कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करना |
- संगरोध संबंधी शोधकार्य को आगे बढ़ाना तथा नवीनतम विकसित तकनीकों को आगे जांच कार्य क्रम में शामिल करना |
गुणवत्तानीति
- ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए संगठन अपनी सेवाओं में लगातार सुधार करने हेतु प्रतिबद्ध है |
- इसके लिए संगठन द्वारा एक दक्ष एवं कारगर सेवा उपलब्ध कराया जाएगा जो ग्राहकों को पूर्णरूपेण संतुष्ट करेगी इनकी प्राप्ति उपयुक्त संसाधनों एवं अवसंरचना के उपयोग और अंतर्राष्ट्रीय गुणवक्ता पद्धति मानकों के अनुसार गुणवत्ता प्रबंधन पद्धति के कार्यान्वयन से होगी |
लेखक :
डॉ. हुमा नाज़ , डॉ. हादी हुसैन ख़ान पुष्पेंद्र सिंह साहू
(शोध सहयोगी) (शोध सहयोगी) एम.एस.सी. एग्रीकल्चर
पादप संगरोध विभाग कीट विज्ञान विभाग कीट विज्ञान विभाग
वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह क्षेत्रीय वनस्पति संगरोध केन्द्र, शुआट्स, इलाहाबाद, यू.पी., भारत
निदेशालय, फरीदाबाद,हरियाणा, भारत अमृतसर, पंजाब, भारत
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