गुलाब दुनिया के सबसे खूबसूरत फूलों में से एक है. इसकी मांग आज दुनिया भर में सबसे ज्यादा है. भारत के लोगों को भी गुलाब बहुत प्यारा लगता है. गुलाब आज एक व्यावसायिक पौधा बन चुका है. इसके बिना किसी भी उत्सव की शोभा फीकी ही लगती है. यही कारण है कि इसकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है.
आज हम आपको विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं कि किस तरह राजस्थान के किसानों को गुलाब की खेती ने मालामाल कर दिया.
विदेशों में है राजस्थान के गुलाब की मांग
यहां के गुलाब पाकिस्तान दुबई और मलेशिया के साथ दुनिया भर के देशों में एक्सपोर्ट किए जा रहे हैं.
क्या है गुलाब की खेती की ओर बढ़ते रुझान का कारण
किसानों का कहना है कि बहुत कम लागत में गुलाब के पौधे उगाए जा सकते हैं और फिर इसके फूल बेचकर मुनाफा कमाया जा सकता है. एक बीघा में गुलाब के 24 पौधे लगाने में महज 24000 रुपये का खर्च आता है.
नागौर और अजमेर गुलाब की खेती के लिए क्यों है उपयुक्त
नागौर के किसानों को गुलाब की खेती से बहुत लाभ हो रहा है और इसीलिए यहां के अन्य किसानों ने गुलाब की खेती को प्राथमिकता दी. किसान भाइयों का कहना है कि गुलाब उत्पादन के लिए नागौर और अजमेर की मिट्टी सबसे अच्छी है. यहां काली और पीली मिट्टी की अधिकता होने के कारण किसान आसानी से गुलाब की खेती कर पाते हैं. आसपास पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां तापमान भी कम रहता है जिससे गुलाब की फसल को बेहद फायदा होता है.
पौधा लगाने के कितने दिन बाद आते हैं फूल
सामान्यतया गुलाब के पौधों में 70 दिन बाद फूल आने की शुरुआत हो जाती है.
किस तरह करें गुलाब की खेती
गुलाब की खेती से पहले जमीन को अच्छी तरह तैयार करना होता है. इसके लिए मिट्टी में गोबर की खाद अच्छी तरह से मिलाकर उसकी जुताई करने के बाद खाद और पुआल मिला दिया जाता है. फिर इसे दो-तीन दिन के लिए छोड़ दिया जाता है. उसके बाद गुलाब के पौधे 12 इंच की दूरी पर जिग जैग शैली में 2 पंक्तियों में लगाए जाते हैं.
क्या रखें सावधानी
गुलाब के पौधे बहुत नाजुक होते हैं. इनमें आसानी से रोग और कीड़े लग जाते हैं जिसके कारण पौधा जल्दी सूख सकता है. यह भी ध्यान रखें कि पौधे के लिए मिट्टी ना ज्यादा गीली हो और न ज्यादा सूखी.
कब आते हैं सबसे ज्यादा फूल
फरवरी से जून तक गुलाब के पौधों में सबसे ज्यादा फूल आते हैं. ठंड के दिनों में फूलों की संख्या कुछ कम हो जाती है. गुलाब के पौधों की ठीक ढंग से सार संभाल की जाए तो यह बेहद मुनाफा देने वाले साबित होते हैं. इन्हें स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय, हर बाजार में बेचा जा सकता है इसीलिए आजकल गुलाब की खेती को प्राथमिकता दी जाने लगी है.
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