मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में करीब 100 एकड़ में ऑर्किड पार्क विकसित करने का काम किया जा रहा है. इस पार्क में युवा पाली हाउस को विकसित कर सकेंगे. जानकारी के अनुसार यहां पर पार्क हेतु जमीन के लिए चिन्ह लगा दिए गए है. यहां पर पार्क में फूलों की खेती से जिले को एक नई पहचान मिलेगी. इस योजना में किसानों को लीज पर जमीन दी जाएगी. इस पार्क के अंदर मुख्य रूप से गुलाब, रजनीगंधा, जरबेरा आदि फूलों की खेती की जाएगी. उनका निकटतम बिक्री केंद्र नागपुर महानगर ही होगा. आने वाले भविष्य में यहां पर फूलों की उत्पादन वृद्धि को बढ़ाने के लिए अंचल के फूल कोविदेशों तक भेजने के प्रयास किए जाएंगे.
काजू की खेती पर संभावना
उद्यानिकी विभाग ने राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर ग्राम कोहट रैयत में 100 भूमि एकड़ का आंवटन के लिए पहल कर दी है. केंद्र सरकार के एक दल ने हाल ही में छिंदवाड़ा में काजू की खेती की सभावनाओं को पता लगाने के लिए अध्ययन दौरा किया है. इस जगह पर पांरपरिक कृषि के साथ ही फलों और सूखे मेवों की खेती के लिए जरूरी व्यवस्थाओं की कोशिश की जा रही है
आर्किड पार्क बनाने की संख्या बढ़ेगी
छिदवाड़ा जिले के आदिवासी अंचल मैनीखपा के युवाओं को भी फूलो की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. आर्किड पार्क में विकसित होने से किसानों की संख्या में वृद्धि होगी. किसानों को आर्किड पार्क में भूमि लीज पर देने के साथ ही सिंचाई के लिए पर्याप्त जल और आवश्यकता के अनुसार विघुत सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाती है. यहां के कृषकों को उद्यानिकी विशेषज्ञ और सिर्प प्रशिक्षण देंगे बल्कि उनको फूलों की खेती करने के लिए विशेष रूप से अनुकूल तापमान, सिंचाई, उत्पादन और विपण्न कार्य के लिए मार्गदर्शन भी देंगे. इससे आने वाले समय में काफी ज्यादा लाभ होने की संभावना है.
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