कानपुर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के उद्यान विज्ञान विभाग के बागवान विशेषज्ञों द्वारा एक एडवाइज़री जारी हुई है. इस एडवाइज़री में सलाह दी गई है कि इस वक्त बागवानों को आम की फसल का खास ख्याल रखना है. उन्हें आम के पेड़ों को प्रमुख कीट और रोगों से बचाना है.
बागवान विशेषज्ञों के मुताबिक...
इस साल जनवरी में अधिक सर्दी पड़ने से आम के पेड़ों में बौर कम और काफी से देर से आए हैं. इसके अलावा मार्च में कुछ क्षेत्रों में अधिक बारिश, हवा और ओलावृष्टि हुई है, इस वजह से आम की फसल को काफी नुकसान हुआ है. अधिकतर आम के पेड़ों पर मटर के दानों से भी बड़े फल बन गए हैं. इतना ही नहीं, इस वक्त आम की फसल को बचाना जरूरी है, क्योंकि उन पर कई तरह के कीटों का प्रकोप हो सकता है. इसका सीधा प्रभाव फसल के उत्पादन पर पड़ सकता है. आइए आपको आम की फसल पर लगने वाले कुछ प्रमुख कीट औऱ रोग समेत उनकी रोकथाम की जानकारी देते हैं.
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भुनगा कीट
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स्केल कीट
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खर्रा रोग
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फलों का झड़ना
भुनगा कीट- अगर आम की फसल में यह कीट लग जाए, तो इसकी रोकथाम के लिए आवश्यकतानुसार थायमेथोकजाम 25 डब्ल्यू जी को पानी में घोलकर पौधों पर छिड़कने का सुझाव दिया गया है.
स्केल कीट- यह कीट सफेद रंग का दिखाई देता है. यह टहनियों, बौरों और फलों में चिपक जाता है और उनका पूरा रस चूस लेता है. इसकी रोकथाम के लिए आवश्यकतानुसार डाईमेंथोएट 30 ईसी को पानी में घोलकर पत्तियों, शाखाओं और बौरो पर छिड़कने का सुझाव दिया गया है.
खर्रा रोग- इस रोग की रोकथाम के लिए आवश्यकतानुसार हेक्सआकोनाजोल 50 SL को पानी में घोलकर छिड़कने का सुझाव दिया गया है.
एंथक्नोज रोग- इस रोग से फसल को बचाने के लिए आवश्यकतानुसार कार्बेंडाजिम 50 WP को पानी में घोलकर छिड़कने का सुझाव दिया गया है. इस तरह फसल को इस रोग से काफी हद तक बचाया जा सकता है.
फलों के झड़ने पर- यह समस्या होने पर आवश्यकतानुसार प्लानओंफिक्स को पानी में घोलकर छिड़कने का सुझाव दिया गया है. इस तरह यह समस्या दूर की जा सकती है.
बागवान विशेषज्ञों की सलाह
आम की फसल की सिंचाई और फलों के अच्छे विकास के लिए आवश्यकतानुसार घुलनशील उर्वरक 19: 19: 19 और सूक्ष्म पोषक तत्व मिश्रण को पानी में घोलकर छिड़क दें. इस तरह आम की फसल को कीट और रोगों के प्रकोप से बचाया जा सकता है. इसके साथ ही बागवानों से अपील की है कि आम के बागों में काम करते वक्त अपने मुंह पर मास्क जरूर पहन लें. इसके साथ ही सामाजिक दूरी भी जरूर बनाकर रखें.
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