बागवानी करने वाले किसान भाइयों के लिए बेल की बागवानी (Wood Apple Gardening) सबसे अच्छी है. दरअसल यह हर एक तरह की परिस्थिति में अपना विकास करने में सक्षम हैं. इसके लिए किसान को अधिक मेहनत करने की कोई खास जरूरत नहीं होती है.
अगर आप कम पानी वाले स्थान पर रहे रहे हैं, तो आपने यहां के ज्यादातर किसानों को बेल की खेती करते हुए देखा होगा. क्योंकि यह कम पानी में भी अच्छा उत्पादन देती है. तो आइए आज हम अपने इस लेख में सूखे वाले स्थान पर बेल की बागवानी कैसे करें इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...
सूखे वाले स्थान पर बेल की इन किस्मों की करें बागवानी
वैसे देखा जाए तो बेल की लगभग सभी किस्मों को किसान एक एक क्षेत्र में सरलता से उगा सकता है. लेकिन अगर आप सूखे वाले स्थान पर रहते हैं और बेल की बागवानी से बढ़िया उत्पादन प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको अपने खेत व बगीचे (Farm and Garden) में इन किस्मों का चयन करना चाहिए. जिनके नाम कुछ इस तरह से हैं. थार नीलकंठ, गोमायशी और थार दिव्य जैसी बेहतरीन किस्मों को अपना लगा सकते हैं. यह सभी किस्म केंद्रीय बागवानी परीक्षण केंद्र वेजलपुर गुजरात में तैयार की गई है.
रोपण के लिए जरूरी कार्य (Work Required for Planting)
बेल की फसल (wood Apple crop) से अच्छा फल पाने के लिए किसानों को इसकी रोपण से लेकर अन्य कई जानकारियों पर ध्यान रखना होता है. 2 महीने पहले ही 1 घन मी. आकार के गड्ढेखोद कर खुला छोड़ दें. इसमें आपको कम से कम 3-4 टोकरी सड़ी हुई गोबर खाद व मिथाइल पैराथियान आदि को डालना चाहिए. फिर आपको खेत की अच्छे से सिंचाई करनी है. ऐसा करने के 1 महीने बाद आपको पौधा का रोपण करना है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेल की रोपाई जुलाई-अगस्त माह में की जाती है और वहीं सिंचाई सुविधा होने पर फरवरी-मार्च के महीने में भी किसान रोपण कर सकते हैं.
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