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गुलाब की कलम से बदली किसान की किस्मत

यदि कोई आपको ये बोले की एक पौधे में 700 गुलाब हैं तो ये बात सुनकर आपको काफी ज्यादा आश्चर्य होगा लेकिन मध्य प्रदेश के बैतुल जिले में एक किसान के खेत में लगे गुलाब के पेड़ में 700 गुलाब लदे हुए हैं. इन गुलाब की कलमों को किसान ने अपने खेत में लगभग पांच साल पहले लगाया था. पेड़ लगाने वाले अरविंद वर्मा का घर और खेत जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर सांपना डैम के पास है. अरविंद को बागवानी का काफी ज्यादा शौक है.

यदि कोई आपको ये बोले की एक पौधे में 700 गुलाब हैं तो ये बात सुनकर आपको काफी ज्यादा आश्चर्य होगा लेकिन मध्य प्रदेश के बैतुल जिले में एक किसान के खेत में लगे गुलाब के पेड़ में 700 गुलाब लदे हुए हैं. इन गुलाब की कलमों को किसान ने अपने खेत में लगभग पांच साल पहले लगाया था. पेड़ लगाने वाले अरविंद वर्मा का घर और खेत जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर सांपना डैम के पास है. अरविंद को बागवानी का काफी ज्यादा शौक है.

यही कारण है कि उनके घर के बगीचे में ढेरों प्रकार के फल-फूल, सब्जी, पेड़-पौधे आदि होते हैं. इस पूरे खेत में अलग-अलग प्रकार की खेती ने लोगों को आकर्षित तो किया है लेकिन बाग के बीच में लगे हुए गुलाब के पेड़ उनके घर पर आने वाले लोगों का ध्यान अपनी ओर सबसे ज्यादा ध्यान को आकर्षित करता है. अरविंद के मुताबिक उन्होंने अपने बाग में ये गुलाब की देशी कलम को 5 साल पहले लगाया था. जब इनको लगाया गया था तब ये काफी ज्यादा छोटे पेड़ थे लेकिन अब इन्होंने काफी ज्यादा बड़े पेड़ का आकार ले लिया है. उनका कहना है कि वे इस सुर्ख लाल गुलाब के पेड़ में गोबर की खाद और पानी देते रहते हैं. किसान का कहना है कि इस तरह से गुलाब की खेती से उनको ज्यादा फायदा हुआ है.

सेवानिवृत कृषि अधिकारी पीएस किरार कहते है कि इस तरह के पेड़ किसानों के लिए वरदान साबित हो सकते है. पिछले कुछ दिनों से फूलों की मांग में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा गुलाब एक ऐसा फूल है जो कि सौंदर्य प्रसाधन और सजावट में काफी ज्यादा काम आता है. इसीलिए किसी भी किसान के लिए ये उनकी आय को दुगना करने में सहायक हो सकते हैं. इसके अलावा केंद्र और राज्य की कई सरकारें दुगनी आय की दिशा में कार्य कर रही हैं. 

गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हो सकता है दर्ज

अरविंद वर्मा का मानना है कि इस तरीके से एक पेड़ पर 70 से अधिक गुलाब के फूल का रिकॉर्ड गिनीज बुक अफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो सकता है. यह तरीका काफी महत्वपूर्ण और अनूठा है क्योंकि इसमें किसी भी तरह से रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.

किशन अग्रवाल, कृषि जागरण

English Summary: Farmer's fate replaced with a rose pen Published on: 01 November 2018, 10:37 IST

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