Dairy Cattle Care In Winter: पशुपालन किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण कृषि गतिविधि माना जाता है, इससे दूध, खाद और अन्य कृषि उत्पाद प्राप्त होते हैं. वहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गाय-भैंस पालन को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह कई लोगों के लिए कमाई का मुख्य साधन भी होता है. ऐसे में सर्दियों में गाय-भैंस की देखभाल करना जरूरी हो जाता है, ताकि उनके स्वास्थ्य और दूध उत्पादन पर असर न पड़े. ठंड के मौसम में उनके रख-रखाव में बदलाव करने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वे ठंड से होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं. कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय लेकर आए है, जिनका पालन करके आप अपने दुधारू पशु का सर्दियों में बेहतर तरीके से देखभाल कर सकते हैं.
1. शेड का निर्माण और ठंड से सुरक्षा
सर्दियों में ठंड से बचाने के लिए पशुओं के शेड का निर्माण विशेष प्रकार से करना चाहिए. यदि पहले से शेड बना है, तो उसमें मोटे पर्दे का उपयोग करें, जो ठंडी हवाओं को रोककर शेड को गर्म बनाए रखेगा. शेड में तापमान नियंत्रित करने के लिए ब्लोअर और रेडिएटर का उपयोग करें, इससे ठंड के मौसम में शेड का तापमान स्थिर रहेगा, जिससे पशुओं को ठंड नहीं लगेगी.
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2. खानपान में परिवर्तन
ठंड के मौसम में पशुओं के आहार में बदलाव करना काफी जरूरी हो जाता है. पशुपालकों को पशुओं की खुराक में लगभग 2% तक सरसों का तेल शामिल करना चाहिए, जिससे उन्हें आवश्यक वसा और ऊर्जा मिल सके. इसके अलावा, पशुओं को पर्याप्त मात्रा में हरा और सूखा चारा देना चाहिए. हरा चारा जैसे बरसीम, लुसर्न आदि सर्दियों के मौसम में पशु के लिए काफी पौष्टिक होता है. इसके अलावा, सर्दी के मौसम में गुड़ का शीरा भी देना चाहिए, जो उनके शरीर को गर्म बनाए रखता है.
3. बिछावन की व्यवस्था
गाय-भैंस के बैठने के स्थान पर बिछावन का विशेष ध्यान रखें. ठंड के मौसम में बिछावन को सूखा और साफ रखना महत्वपूर्ण है, जिससे पशु किसी गीले स्थान पर न बैठे. गीली जगह पर बैठने से पशुओं में ठंड लगने का खतरा बढ़ जाता है. बिछावन पर सूखे भूसे या पराली का उपयोग कर सकते हैं, जिससे उन्हें गर्मी महसूस होगी. जरूरत पड़ने पर पशुओं की पीठ पर बोरी या कंबल भी डाल सकते हैं, जो उन्हें ठंड से बचाने में सहायक होगा.
4. ताजा पानी की उपलब्धता
सर्दियों में भी पशुओं को साफ और ताजे पानी की आवश्यकता होती है. यह देखा गया है कि ठंड के कारण कई बार पशुपालक पशुओं को पानी देने में लापरवाही कर देते हैं, लेकिन ठंड में भी पानी उनके पाचन तंत्र और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. इसलिए सुनिश्चित करें कि पशुओं को हर समय ताजा पानी उपलब्ध हो. ठंड के कारण पानी ठंडा हो सकता है, ऐसे में हल्के गर्म पानी का भी उपयोग किया जा सकता है.
5. बीमारियों से बचाव
सर्दियों में ठंड के कारण पशुओं में खांसी, जुकाम और निमोनिया जैसी बीमारियों का काफी खतरा रहता है. इसलिए पशुओं पर नजर रखें और अगर किसी भी तरह के अस्वस्थता के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें. सर्दियों में पशुओं के लिए टीकाकरण भी जरूरी है, इससे पशु की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और वे किसी भी संक्रमण से बच सकते हैं.
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