Indian Buffalo Breeds: भैंस पालन किसानों और पशुपालकों के लिए आय बढ़ाने का सबसे अच्छा विकल्प है. भैंस को खासतौर पर आज के समय में गांवों और छोटे शहरों में पाला जाता है. गाय की तुलना में भैंस पालन/ Buffalo Rearing अधिक लाभदायक माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि भैंस अधिक दुग्ध उत्पत्र करती है और साथ ही विभिन्न कृषि कार्यों में भी मदद के लिए भैंस का इस्तेमाल काफी अधिक किया जाता है. इसके अलावा भैंस का गोबर भी किसानों के लिए उत्तम उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है.
बता दें कि हमारे देश में भैंस की वैसे तो कई बेहतरीन नस्लें पाई जाती है, लेकिन आज हम आपके लिए भैंस की टॉप 10 नस्लों की जानकारी लेकर आए हैं, जो इन्हें भैंस की अन्य नस्लों से अलग बनाती है. आइए भैंस की टॉप 10 नस्लों/ Top 10 breeds of buffalo के बारे में विस्तार से जानते हैं. ताकि किसान व पशुपालक सरलता से इनका पालन कर सकें.
भैंस की टॉप 10 नस्लें/Top 10 Breeds of Buffalo
मुर्रा भैंस की नस्ल/Murrah Buffalo Breed
भैंस की मुर्रा नस्ल दुधारू नस्लों में काफी अच्छी मानी जाती है. इस नस्ल को देश के कई राज्यों के किसानों व पशुपालकों के द्वारा पाला जाता है. जैसे कि हरियाणा, दिल्ली और पंजाब आदि. मुर्रा नस्ल की भैंस औसत दुग्ध उत्पादन एक ब्यांत में लगभग 1750 से 1850 लीटर प्रति व्यात होता है. इस भैंस के दूध में वसा की मात्रा 9 प्रतिशत तक पाई जाती है. वही, अगर हम मुर्रा भैंस की पहचान करें, तो यह भैंस गहरे काले रंग की होती है और पूछ निचले हिस्से पर सफेद धब्बे पाए जाते हैं.
सुर्ती भैंस की नस्ल/Surti Buffalo Breed
भैंस की यह नस्ल औसत उत्पादन क्षमता 900-1300 लीटर प्रति व्यात तक दूध देती है. इस भैंस के दूध में वसा की मात्रा करीब 8 से 12 प्रतिशत होता है. इस भैंस का सिर लंबा और सींग आकार में दराती की तरह होते हैं. इस नस्ल की भैंस का रंग भूरे से सिल्वर सलेटी और काला रंग होता है.
जाफराबादी भैंस की नस्ल/Jafarabadi Buffalo Breed
भैंस की जाफराबादी नस्ल गुजरात के ज्यादातर इलाकों में पाई जाती है. इस नस्ल की भैंस औसत दूध उत्पादन प्रति व्यात 1000 से 1200 लीटर होता है. वही जाफराबादी भैंस का सिर और गर्दन आकार में भारी होता है और माथा चौड़ा, सींग आकार भी पीछे की तरफ मुड़ा होता है. इस नस्ल की भैंस का रंग गहरा काला होता है.
मेहसाना भैंस की नस्ल/Mehsana Buffalo Breed
भैंस की मेहसाना नस्ल का रंग काला और भूरा होता है. इस भैंस का औसत कुल वजन करीब 560 किलोग्राम तक होता है. वही इस भैंस के सींग दरांती के आकार के होते हैं. मेहसाना भैंस कुछ-कुछ मुर्रा नस्ल की भैंस की तरह दिखाई देती है. मेहसाना भैंस औसत दूध उत्पादन 1200 से 1500 किलो प्रति व्यात देती है.
पंढरपुरी भैंस की नस्ल/Pandharpuri Buffalo Breed
पंठरपुरी भैंस की नस्ल अन्य भैंस की तुलना में काफी अलग होती है. इस भैंस के सींग काफी लंबे 45-50 सेमी होते हैं. वहीं इस नस्ल की भैंस का रंग गहरा काला होता है. इसके अलावा इस नस्ल की भैंस के सिर पर सफेद निशान भी होते हैं. पंढरपुरी भैंस की नस्ल औसत दूध उत्पादन क्षमता लगभग 1700-1800 किलोग्राम प्रति व्यात है.
चिल्का भैंस की नस्ल/Chilka Buffalo Breed
भैंस की चिल्का नस्ल को उड़ीसा के चिल्का के नाम से जाना जाता है. इसी झली पर इस भैंस की नस्ल का भी नाम पड़ा. भैंस की यह नस्ल काले-भूरे रंग की होती है. इसके अलावा भैंस की यह नस्ल औसत दूध उत्पादन 500-600 किलोग्राम प्रति व्यात है.
तोड़ा भैंस की नस्ल/Toda Buffalo Breed
तोड़ा भैंस की नस्ल का नाम आदिवासियों के नाम पर रखा गया है. खासतौर पर भैंस की यह नस्ल पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है. तोड़ा भैंस का शरीर काफी मोटा होता है. इस नस्ल की भैंस औसत दूध उत्पादन क्षमता 500-600 किलोग्राम है और वहीं इस भैंस के दूध में वसा की मात्रा 8 प्रतिशत तक पाया जाता है.
भदावरी भैंस की नस्ल/ Bhadavari Buffalo Breed
भैंस की यह नस्ल उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है. इस नस्ल की पहचान की बात करें, तो इस भैंस का सिर का आकार छोटा और पैर भी छोटे-छोटे होते हैं. वही भदावरी भैंस का रंग काला और गर्दन के नीचे का हिस्सा सफेद रंग का होता है. भदावरी भैंस औसत दूध उत्पादन क्षमता 1250-1350 किलोग्राम तक प्रति व्यात है.
कालाखंडी भैंस की नस्ल/Kalakhandi Buffalo Breed
कालाखांडी भैंस की नस्ल आंध्र प्रदेश के इलाकों में अधिक देखने को मिलती है. इस नस्ल की भैंस का रंग काला-भूरा होता है. वही आकार इस भैंस का माथा चपटा और माथे पर सुनहरे रंग के बाल दिखाई देते हैं. भैंस की यह नस्ल औसत दुग्ध उत्पादन 700 से 800 किलोग्राम प्रति व्यात है.
नागपुरी भैंस की नस्ल/Nagpuri Buffalo Breed
भैंस की नागपुरी नस्ल महाराष्ट्र और अन्य कई राज्यों के किसानों व पशुपालकों के द्वारा पाली जाती है. इस नस्ल की भैंस के सींग लंबे होते हैं. यह भैंस औसतन दूध 700-1200 किलोग्राम प्रति व्यात तक देती है. वही इस भैंस का शरीर अन्य भैंस की तुलना में काफी छोटा व वजन में हल्का होता है. किसान सरलता से इस भैंस का पालन कर सकते हैं.
नीली रावी भैंस की नस्ल/Blue Ravi Buffalo Breed
भैंस की यह नस्ल किसानों के लिए काफी लाभदायक है. क्योंकि इस नस्ल की भैंस औसत दूध उत्पादन करीब 1500-1800 किलोग्राम प्रति व्यात तक देती है. भैंस की इस नस्ल का सिर और आंखें छोटी होती है. भैंस की नीली रावी नस्ल को फिरोजपुर और पाकिस्तान के ज्यादातर किसानों के द्वारा पाला जाता है.
बन्नी भैंस की नस्ल/Bunny Buffalo Breed
बन्नी भैंस की नस्ल गुजरात के कई इलाको में आसानी से देखने को मिल जाती है. बन्नी भैंस की खासियत यह है कि यह गर्मी और सर्दी दोनों ही अधिक होने पर सरलता से सहन कर सकती है. इस भैंस की रंग गहरा काला दिखाई देता है. वही इस बन्नी भैंस के सींग की बात करें, तो इसके सींग अंदर की तरफ घूमे हुए होते हैं. बन्नी भैंस औसत दुग्ध उत्पादन 1100-2800 किलोग्राम प्रति व्यात देती है.
नोट: भैंसों की यह जानकारी केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट से ली गई है. अधिक जानकारी के लिए आप ICAR की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं.
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