बकरीपालन का व्यवसाय हमेशा ही लोगों को आकर्षित करता आया है. छोटे किसानों के लिए तो ये आजीविका का मुख्य साधन है. वैसे कई ऐसी बकरियों की नस्लें भी हैं, जो दूध उत्पादन में गाय-भैंस को भी मात दे देती हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक बकरी के बारे में बताएंगें.
बहुत खास है माल्टीज़ नस्ल की बकरी (Maltese breed goat is very special)
माल्टीज़ नस्ल की बकरी प्रतिदिन 5 से 10 लिटर दूध आसानी से दे सकती है. इसके दूध का स्वाद भी अन्य बकरियों के मुकाबले अलग होता है और इसमें गंध अधिक नहीं होती है. अगर अच्छी देखभाल की जाए तो औसत एक वर्ष में इस बकरी से 600 किलो से अधिक दूध की प्राप्ति हो सकती है. आम तौर पर इनका रंग सफेद होता है. इनका वजन 46 किलो तक हो सकता है. लंबाई में ये 87 सेंटीमीटर तक हो सकते हैं. इनका मूल स्थान ग्रीक और तुर्की है.
लाभकारी है माल्टीज़ नस्ल की बकरी का दूध (Milk of Maltese breed of goat is beneficial)
इस बकरी का दूध स्वास्थय के लिए भी लाभदायक है. इसके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और शरीर को शक्ति मिलती है. इसमें पोटेशियम का स्तर काफी ज्यादा होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम की कमी को दूर करने के गुण भी है. इसका दूध हड्डियों की मजबूती के लिए लाभकारी है.
इसके अतिरिक्त अल्पाइन नस्ल की बकरी भी दूध देने के लिए ही जानी जाती है. इस बकरी के दूध से डेयरी उत्पाद भी बनाएं जाते हैं. कई जगहों पर इसके दूध से पनीर, आइसक्रीम व मक्खन आदि भी बनाएं जाते हैं, जो लोगों को काफी पसंद भी आते हैं. हालांकि अभी इन नस्लों को भारत में नहीं लाया गया है. लेकिन सरकार इन्हें लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में अगर इन बकरियों का आगमन भारत में होता है, तो निसंदेह पशुपालकों को बड़ा लाभ होगा.
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