प्राकृतिक आपदाओं के समय पशुओं के नुकसान का खतरा अधिक रहता है| बाढ़, तूफ़ान और बारिश जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले पशुओं के नुकसान को कम करने के लिए पशुपालन विभाग ने एनडीएमए, एनडीआरएफ़, एनडीआईएम और राज्य सरकारों के साथ नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान फॉर एनिमल प्रोटेक्शनयोजना की शुरुआत की| इस योजना को तीन भागों प्री-डिजास्टर यानि आपदा से पहले तैयारी, डिजास्टर रेस्पोंड यानि दुर्घटना के समय ऑपरेशन और पोस्ट डिजास्टर दुर्घटना के बाद की योजना में विभाजित किया गया है|
इस योजना के पहले भाग में दुर्घटना से पहले चेतावनी देना, चारा, व वस्तुओं का प्रबंध करना है| योजना के दूसरे भाग (डिजास्टर रेस्पोंड) में पशुओं के लिए राहत कार्य, आपदा के कारण पशुओं में होने वाली बीमारियों आदि पर ध्यान दिया जाएगा| तीसरे भाग (पोस्ट डिजास्टर) में पशुओं का इलाज, पशुओं के शरीर और उनकी रि-स्टॉकिंग करना मुख्य कार्य रहेगा| इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालन रख-रखाव में सुधार कर प्राकृतिक आपदा के दौरान पशुओं को सुरक्षित रखना और प्राकृतिक आपदाओं के समय होने वाले पशुओं के नुकसान को कम करना है|
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