अगर आप गांव में रहकर किसी अच्छे और टिकाऊ बिजनेस की तलाश कर रहे हैं, वो भी कम लागत के साथ, तो आपके लिए बैकयार्ड मुर्गी पालन का व्यवसाय (Backyard poultry business) अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. तो आइए आज हम इस लेख में बैकयार्ड मुर्गी पालन (Backyard poultry farming) के बारे में करीब से जानते हैं, कि इसे कैसे करें और कैसे आपको इसके बिजनेस से लाभ प्राप्त होगा.
गौरतलब है कि आज के समय में मुर्गी पालन का व्यवसाय (Poultry Farming) बहुत ही तेजी से लोगों को अपनी और आकर्षित कर रहा है. इस बिजनेस के लिए आपको अधिक पढ़े लिखे या कोई खास तजुरबा होनी की भी जरूरत नहीं है. आज के आधुनिक समय में भी हजारों लोग इस बिजनेस से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
यह भी पढ़ेः भारत में मुर्गी पालन से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें
बैकयार्ड मुर्गी पालन क्या है? (What is Backyard Poultry Farming?)
अपने घर के पीछे खाली पड़ी जमीन पर छोटे स्तर पर मुर्गियों को घरेलू श्रम और स्थानीय उपलब्ध पर दाना-पानी के सहारे बिना किसी विशेष आर्थिक व्यय के बैकयार्ड मुर्गी का पालन किया जा सकता है. बैकयार्ड मुर्गी पालन आर्थिक रूप से लोगों की आमदनी को बढ़ाता है.
बैकयार्ड मुर्गी पालन के लिए नस्ल (Breed for backyard poultry)
बैकयार्ड मुर्गी पालन में नस्लों का चुनाव बेहद जरूरी है. अच्छी नस्ल की मुर्गी ही आपको बाजार में मुनाफा कमा दिला सकती है, इसलिए आपको बैकयार्ड मुर्गी पालन (Backyard poultry farming) की उन्नत नस्लों का चुनाव करना चाहिए, ताकि आप अधिक से अधिक लाभ कमा सकें. जैसे, असील, कड़कनाथ, ग्रामप्रिया, स्वरनाथ, केरी श्यामा, निर्भीक, श्रीनिधि, वनराजा, कारी उज्जवल और कारी आदि.
ऐसे करें बैकयार्ड मुर्गी पालन की शुरुआत (How to start backyard poultry farming)
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आप ऊपर बताई गई नस्लों में से किसी भी नस्ल की मुर्गी का पालन कर इस बिजनेस को सरलता से शुरू कर सकते हैं. अगर आप देसी मुर्गी का पालन करते हैं, तो बाजार में देसी मुर्गी के 1 दिन के चूजों की कीमत करीब 30 से 60 रुपए होती है और सालभर में देसी मुर्गी लगभग 160 से 180 अंडे देती हैं. देसी मुर्गी के अंडे की कीमत (Desi Chicken Egg Price) भी अधिक होती है. जिससे आपको अच्छा लाभ होगा.
Share your comments