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शहद और मोम से मालामाल कर देगा ‘यूरोपियन बी’, जानिए इनके पालन की सही विधि

कृषि के साथ-साथ किसी अन्य तरह का लघु व्यवसाय करना चाहते हैं, तो मधुमक्खी पालन का काम कर सकते हैं. इस व्यवसाय को करने के दो फायदे हैं, पहला तो इसमें प्रतिस्पर्धा कम है और दूसरा इससे आपका कृषि कार्य प्रभावित नहीं होगा.

सिप्पू कुमार
सिप्पू कुमार
bee farming
bee farming

कृषि के साथ-साथ किसी अन्य तरह का लघु व्यवसाय करना चाहते हैं, तो मधुमक्खी पालन का काम कर सकते हैं. इस व्यवसाय को करने के दो फायदे हैं, पहला तो इसमें प्रतिस्पर्धा कम है और दूसरा इससे आपका कृषि कार्य प्रभावित नहीं होगा.

इनके लिए अधिक फायदेमंद

ये काम सबसे अधिक फायदेमंद तो उन लोगों के लिए है, जिनके पास कृषि योग्य भूमि बहुत अधिक नहीं है. सबसे अच्छी बात है कि इसके लिए आपको किसी तरह की शैक्षिक योग्यता या व्यवसायिक लाइसेंस लेने की भी जरूरत नहीं है. इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि कैसे आप ‘यूरोपियन बी’ मधुमक्खी से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

विशेष है यरोपियन बी

अब आप शायद ये सोच रहे होंगे कि भला ये ‘यूरोपियन बी’ क्या है. दरअसल ये मधुमक्खी की एक ऐसी प्रजाति है जो मोन समुदाय कीटों के परिवार से आती है. आम मधुमक्खियों की तुलना में ये अधिक मात्रा में शहद एवं मोम देने के लिए जानी जाती है. इनका मूल निवास इटली है. हालांकि इसके मूल निवास को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है.

यूरोपियन बी का परिवार

इस परिवार में सबसे प्रमुख इनकी रानी होती है, परिवार में रानी का काम जन्म देने का होता है. वो पूर्ण विकसित मादा होती है, जो अंडे देती है और परिवार का भरण-पोषण करती है. इसके अलावा इनके परिवार में श्रमिक होते हैं, जो मौनगृह के सभी कार्य जैसे अण्डों एवं बच्चों का पालन और रख-रखाव आदि करते हैं. इनका काम फलों तथा पानी के स्त्रोतों का पता लगाना आदि भी होता है. इसके परिवार के नर सदस्यों का काम केवल रानी के साथ सम्भोग करना है. सम्भोग के बाद फिर उनकी मृत्यु हो जाती है.

चारा

यूरोपियन बी को चारे के रूप में आप सब्जियों वाली फसलें दे सकते हैं. इसे शलगम, मूली, प्याज, बंदगोभी, गाजर, और खरबूजा आदि पसंद है. अगर सब्जियों की जगह आप तेली फसलों की खेती करते हैं, तो भी इसे पाल सकते हैं, क्योंकि इसे तेली फसल और चारे वाली फसल भी भोजन के रूप में पसंद है.

विशेष देखभाल

इस प्रजाति की मधुमक्खियों को नमी वाले जगह पर नहीं रखना चाहिए. ध्यान रहे कि इनके निवास स्थान के पास जल जमाव न हो सके. बरसात के दिनों में आप पानी के निकासी का प्रबंध करें.

चींटियों से बचाव

गर्मी और वर्षा के मौसम में इनकी शक्तियां कमजोर हो जाती है. इस दौरान छोटे कीट इन पर आक्रमण कर देते हैं. विशेषकर चींटियों से इन्हें खास खतरा रहता है. इसलिए चींटियों को दूर रखने के लिए जरूरी है कि आप मधुमक्खियों के गृहों के आस-पास कटोरियों में पानी भरकर उसमे कुछ बूंद किरोसिन आयल डालकर रखें. इससे चींटियां मधुमक्खियों के गृहों पर आक्रमण नहीं कर पाएंगी.

मधुमक्खी परिवार का स्थानान्तरण

कई बार आपको खराब मौसम या अन्य किसी कारण से इन मधुमक्खियों को किसी और जगह शिफ्ट करना पड़ सकता है. ऐसे में कुछ बातो का खास ख्याल रखना जरूरी है. स्थानान्तरण की दूरी अधिक होने पर मौन गृह में भोजन की व्यवस्था हो. इन्हें शिफ्ट करते हुए प्रवेश द्वार पर लोहे की जाली लगा दें. ध्यान दे कि अगर छत्तों में अधिक शहद हो तो उसे निकलना जरूरी है. अगर बक्सों को कहीं लेकर जा रहे हैं, तो ऐसे रास्तों का चुनाव करें, जहां परिवहन के दौरान कम से कम झटके लगे. अगर इन्हें गर्मियों में कहीं और लेकर जा रहे हैं, तो समय-समय पर बक्सों पर हल्के पानी का छिडकाव करें. संभव हो तो स्थानान्तरण का काम गर्मियों में रात में ही करें.

मधुमक्खी पालन और सामग्री

इसके लिए आपको खास तरह की सामाग्री नहीं चाहिए, हालांकि मूल सामाग्रियों का होना जरूरी है. जैसे- मौन पेटिका, मधु निष्कासन यंत्र, स्टैंड, छीलन छुरी आदि.

दूसरे परिवार के साथ जोड़ना

कई बार मधुमक्खियों का परिवार अचानक कमजोर या समाप्त होने लग जाता है. विशेषकर रानी के न रहने पर इन्हें दूसरे परिवार के साथ जोड़ना जरूरी है. परिवार को जोड़ने के लिए किसी अखबार में छोटे छोटे छेद बनाकर उसके ऊपर रानी वाले परिवार के शिशु खण्ड रखें.  

English Summary: european honeybee can give you huge profit know more market demand and bee farming Published on: 12 December 2020, 01:17 IST

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